अपरहण या फिर कोई बड़ी वारदात, उलटे पाँव वापस लौटे संदिग्ध, 12 वर्षीय बच्ची ने दिखाई समझदारी….
(आशीष मौर्य) : बिलासपुर – सरकंडा मे बच्ची के अपहरण या फिर बड़ी घटना होते होते टल गई। 12 साल की बच्ची ने समझदारी दिखाते हुए घर का दरवाजा नही खोला और एक बच्ची के समझदारी से बड़ी घटना टल गई। झारखंड पासिंग की कार में आए कुछ अज्ञात लोगों द्वारा गली में घुसने और डेढ़ घंटे बाद बाहर निकलने की वीडियो CCTV कैमरे में कैद हो गई है। परिजनों द्वारा घटना के दूसरे दिन ही सरकंडा थाना में शिकायत की गई पर पुलिस बुधवार शाम जाँच के लिए पहुची।
दरअसल घटना 20 नवंबर शाम 4 से साढ़े 6 बजे के बीच की है, सरकंडा जबड़ापारा निवासी रिटायर्ड मार्कफेड अधिकारी किशनलाल के घर पर उनकी 12 वर्षीय पोती शीनू अकेली थी। दादा किशन लाल के मुताबिक़ शाम 4:30 बजे एक झारखंड पासिंग वाली कार में सवार होकर कुछ अज्ञात लोग, अधिकारी के बाहरी गेट के दरवाजे को खटखटाने लगे और कोई जवाब नही मिलने से गेट खोला कर सीधे पोर्च तक जा पहुंचेे। अज्ञात लोगों के अंदर आने पर घर पर अकेली बच्ची अंदर के जालीदार दरवाजे से उनके जबरिया अंदर आने का विरोध करने लगी।
इस पर अज्ञात लोगों ने कहा की आपकी मम्मी आपको बुला रही है, हमारे साथ चलिए, बच्ची ने अज्ञात लोगों से मम्मी का नाम पूछा, जिसे अज्ञात व्यक्ति बता न सका और बच्ची को बाहर निकलने के लिए दबावों बनाता रहा। बच्ची ने अज्ञात व्यक्ति के दोनों हाथो में कल्ब्स और एक रूमाल देखा, तो वह और सतर्क हो गई और अपने परिजनों को कॉल लगाने लगी। बच्ची को कॉल लगाता देख अज्ञात व्यक्ति वहां से कार में बैठकर निकल गए। जिनकी वीडियो CCTV कैमरे में कैद हो गई। परिजनों ने सरकंडा थाना में इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई है.
बहारहाल सरकंडा जबड़ापारा में होने वाली एक बड़ी घटना होते होते टल गई। बच्ची और उसके परिवार के लोगों में इस घटना को लेकर दहशत है.
परिजनों ने घटना की शिकायत 21 नवंबर को सरकंडा थाने में दर्ज कराई, लेकिन थाना प्रभारी उत्तम साहू और उनका स्टाफ बुधवार शाम 6 बजे के बाद घटनास्थल पंहुचा . इससे समझा जा सकता है कि पुलिस ऐसे गंभीर मामले में कितनी संजीदा है .