(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। आपने एक पुरानी फिल्म का यह हिट गाना तो सुना ही होगा। जिसमें घड़ी के बंद होने का जिक्र बड़ी शिद्दत से हीरोइन के द्वारा किया जाता है। खैर यह तो हुई फिल्म की बात.. अब जरा जमीनी धरातल की बात करें तो बहुत से लोग कहते हैं कि घड़ी का बंद होना अशुभ होता है। इसलिए बैटरी खत्म होने या अन्य किसी कारण से घड़ी बंद होने पर आपने भी लोगों को टोका-टोकी करते देखा होगा।
लेकिन बिलासपुर शहर के नेहरू चौक में लगी घड़ी जिस दिन से स्थापित हुई है। उसी दिन से पता नहीं इसे किसकी नजर लगी हुई है। यह हर समय, दो चार हफ्ते ठीक से चल कर फिर या तो बंद हो जाती है या गलत समय बताने लग जाती है। जैसे कि हम कह चुके हैं कि घड़ी का बंद होना अशुभ माना जाता है।
बिलासपुर में एक तो वैसे ही कई तरह के अलहन और गंभीर समस्याएं विकराल रूप धारण किए हुए हैं। ऐसे में नगर घड़ी का बंद होना किस ओर इशारा कर रहा है इसे बड़े बुजुर्ग ही बता सकते हैं।
वैसे एक सामान्य की बात है अगर बिलासपुर में नेहरू चौक पर नगर घड़ी स्थापित की गई है तो उस घड़ी को हमेशा चलते रहना चाहिए।