चाचा शरद से अलग अजित पवार की राय, नए संसद भवन की जमकर की तारीफ…..बोले- इसकी जरूरत थी
(शशि कोन्हेर) : नए संसद भवन के उद्घाटन के कार्यक्रम का राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने भी बहिष्कार किया था। वहीं अब एनसीपी नेता अजित पवार ने इस कार्यक्रम की तारीफ की है और कहा है कि सभी सांसदों को साथ में मिलकर देश के लोगों के लिए काम करना चाहिए और उनकी समस्याओं का निराकरण करना चाहिए। रविवार को पीएम मोदी ने नए संसद भवन को देश को समर्पित किया।
नए संसद भवन की लोकसभा में 888 सदस्यों के लिए सीट हैं जबकि पुराने भवन में 543 सीटें ही थीं। पवार ने कहा, हम अगर नए संसद भवन को किसी भी राजनीतिक ऐंगल से नहीं देखते हैं तो यही समझ में आता है कि अंग्रेजों ने इस इमारत का निर्माण करवाया था। बहुत सारे राज्यों ने आजादी के बाद अपना विधान भवन बनवाया। महाराष्ट्र मे भी 1980 में जाकर विधान भवन बना। अब हमारे बीच चर्चा हो रही है कि महाराष्ट्र के लिए एक नया विधान भवन होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है। आजादी के बाद जनसंख्या तेजी से बढ़ी है। ऐसे में लोकसभा और राज्यसभा की सीटें भी बढ़ेंगी। इसलिए नए संसद भवन की जरूरत थी। अजित पवार ने इमारत के निर्माण की भी तारीफ की और कहा, इस आलीशान इमारत को रेकॉर्ड टाइम में बनाकर तैयार कर दिया गया। कोरोना काल में भी इसमें काम चलता रहा और आज हमारे पास एक बड़ा और अच्छा संसद भवन है। सभी को संविधान के अनुसार काम करना चाहिए और आम लोगों की समस्याओं का समाधान निकालना चाहिए।
बता दें कि एसीपी अध्यक्ष और अजीत पवार के चाचा शरद पवार ने भी इस उद्घाटन कार्यक्रम का विरोध किया था और बहिष्कार का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति से करवाया जाना चाहिए। उद्घाटन के बाद भी शरद पवार ने कहा था, मुझे खुशी है कि मैं वहां नहीं गया। ये लोग देश को पीछे ले जा रहे हैं। वहां जो कुछ हुआ उसे देखकर दुख हुआ। उन्होंने कहा, जिस सदन का सदस्य हूं उसके सभापति को ही नहीं बुलाया गया। राष्ट्रपति को नहीं बुलाया गया।