बिलासपुर

EXCLUSIVE : रतनपुर थाने में गजब का चल रहा खेल… जिस महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ बलात्कार की लिखाई रिपोर्ट..उसे ही एक मामले में पुलिस ने भेज दिया जेल-इस मामले में न्याय हुआ है या कोई खेल..? एक पार्षद शक के दायरे में – टीआई ने दी पत्रकार को निष्पक्ष रहने की नसीहत

(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – बिलासपुर जिले की धर्म नगरी रतनपुर में हुए नाबालिग लड़की से हूंए कथित कुकर्म जैसे दुष्कर्म को लेकर चल रहा खेल वहां के लोगों को उद्वेलित कर रहा है। यहां एक महिला को पुलिस ने नाबालिक के साथ अनैतिक कृत्य का आरोप लगाकर जेल दाखिल करा दिया है। जबकि रतनपुर के एक मोहल्ले में रहने वाली इस महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ समुदाय विशेष के एक युवक द्वारा दुष्कर्म करने की शिकायत कुछ माह पूर्व रतनपुर थाने में बकायदा की गई थी। इस आरोप के आधार पर पुलिस ने जांच के बाद आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। और फिलहाल मामला सम्माननीय न्यायालय में है। आरोप है कि इसके बाद इस महिला पर दबाव डालकर समझौता कराने तथा मामले को रफा-दफा कराने के लिए पुलिस को साथ लेने की सफल/असफल अनगिनत कोशिशें की गई। इस पर भी जब वह महिला नहीं मानी तो आरोप है कि उसे दबाव में डालने के लिए उस पर (प्रार्थी महिला पर) ही दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद युवक की बुआ ने एक 7-8 साल के बच्चे से अनैतिक कृत्य का आरोप लगा दिया गया। और आश्चर्यजनक ढंग से इस आरोप में पुलिस ने प्रार्थी महिला को ही जेल भेज दिया। जिससे शायद दोनों ओर से मामला खत्म करने के लिए समझौता कराने के लिए दबाव बनाया जा सके। इस मामले में एक पार्षद पर आरोपी युवक को बचाने के लिए पुलिस से मिलकर दौड़-भाग करने की चर्चा पूरे रतनपुर में है। जबकि लोगों के मुताबिक आज जेल भेजी गई महिला की गलती केवल इतनी थी कि उसने अपनी नाबालिग बेटी के साथ समुदाय विशेष के युवक द्वारा किए गए कृत्य के खिलाफ रतनपुर थाना जाकर रिपोर्ट लिखाई। जिसके आधार पर आरोपी युवक जेल भी भेज दिया गया। लेकिन चर्चा है कि इसके बाद ही उस युवक को बेदाग मुक्त कराने के लिए दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजे गए आरोपी युवक की बुआ के द्वारा खिलाफ प्रार्थी महिला के खिलाफ ही 7-8 साल के बच्चे से अनैतिक कृत्य करने के आरोप की रिपोर्ट दर्ज करवा दी । और इस आरोप में महिला को जेल भेज दिया गया। इस मामले को लेकर रतनपुर में माहौल गर्म हो रहा है। जिसकी आंच यहां बिलासपुर तक महसूस की जा रही है।

टी आई केके सिंह ने पत्रकार को दी निष्पक्ष रहने की नसीहत

इस मामले में पहले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के ऑफिस और सरकारी मोबाइल फोन पर दो बार संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन मोबाइल पर नो रिप्लाई आता रहा जबकि ऑफिस के फोन पर गार्ड ने बताया ऑफिस बंद हो चुका है। अंततः इस मामले में रतनपुर पुलिस के प्रभारी श्री के के सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि दोनों मामले अलग-अलग हैं। उन्होंने बताया कि क्योंकि मामला पास्को एक्ट का है इसलिए पूरी सावधानी के साथ तमाम निष्पक्षता के जरिए इस मामले में मैंने खुद जांच की है।

उन्होंने मुझे (रिपोर्टर को) भी निष्पक्षता बरतने और गोपनीयता बनाए रखने की नसीहत दी और उन्होंने कहा कि आज जेल भेजी गई महिला के खिलाफ रिपोर्ट करने वाली पीड़ित नाबालिक बच्चे की मां (पूर्व में जेल भेजें गए युवक की बुआ) ने उनसे स्पष्ट कहा कि इस मामले की रिपोर्ट का, पूर्व में दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजे गए उनके रिश्तेदार के मामले से कोई संबंध नहीं है। रतनपुर टीआई श्री के के सिंह के मुताबिक उन्होंने संपूर्ण तथ्यों की जांच करने के बाद ही महिला को गिरफ्तार कर सम्माननीय न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया है। उस महिला के द्वारा पूर्व में थाने में की गई शिकायत से इसका कोई संबंध नहीं है। क्योंकि पास्को एक्ट और बच्चे का मामला है इसलिए जब वे जांच के लिए गए तो उन्होंने पीड़ित बच्चे के स्वभाव में कुछ असामान्य बातें दर्ज की।

उच्चाधिकारियों से गुजारिश है कि इस संवेदनशील मामले में हस्तक्षेप कर दूध का दूध और पानी का पानी करने की ठोस पहल करें। वही इस मामले को लेकर भड़क रहे आक्रोश पर ठंडा पानी डालने की भी कोई अनुकरणीय पहल करे। इस मामले में रतनपुर थाने में दर्ज हुई दोनों रिपोर्ट की टाइमिंग और उनके परस्पर संबंधों (यदि कोई हो) की जांच से पर्दा उठ सकता है कि दोनों रिपोर्टर के बीच कोई तिलस्मी संबंध है क्या..?

यह मामला रतनपुर जैसी धार्मिक नगरी में भीतर ही भीतर सुलग रहा है। इस और भी जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से सतर्कता की गुजारिश है। उम्मीद है कि इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी कुछ इस तरह किया जाए जिससे लोगों को इस बात का भरोसा हो कि इस मामले में रतनपुर पुलिस की कार्रवाई पूर्णत उचित और न्यायसंगत रही है।

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