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और कौन-कौन सी ट्रेनें रद्द हुईं… इसकी बजाय रेल प्रबंधन.. कृपया रोज बता दिया करे कि कल कौन-कौन सी ट्रेनें चलेंगी….तो ..?

(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर: आज फिर बिलासपुर से जारी होने वाले रेलवे पी आर ओ के प्रेस नोट में 12 और ट्रेनों के रद्द होने की सूचना दी गई है। छत्तीसगढ़ में जिस तरह पूरी अकड़ बाजी से रेलवे के द्वारा लोगों के सीने पर मूंग दलते हुए.. बीते दो-तीन माह से हर दिन रद्द होने वाली ट्रेनों की सूची निकाली जा रही है.. उसे देखते हुए हम सब बिलासपुरवासियों को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। रेलवे से बिलासपुर के कांग्रेस नेता और सामाजिक संगठन तथा मंत्री तक हर कोई कह चुका है कि यात्री ट्रेनों को रद्द करने की बदमाशी रेल प्रबंधन बंद करें।

और शर्मनाक यह है कि जब जब बिलासपुर समेत छत्तीसगढ़ में ट्रेनों को थोक में रद्द किए जाने के खिलाफ आवाज उठाई जाती है। आंदोलन की धमकी दी जाती है। कोयला परिवहन रोकने की चेतावनी दी जाती है। उसके 1 दिन बाद या फिर उसी दिन रात को रेलवे एक नई सूचना जारी कर कुछ और ट्रेनों को आगामी आदेश तक के लिए रद्द करने की घोषणा कर देता है। और नेतागण भी शर्मनाक मौन धारण कर लेते हैं।

भारतीय जनता पार्टी के नेता तो रेल प्रबंधन के इस रवैया के खिलाफ कुछ भी बोलने की इसलिए हिम्मत नहीं करते। क्योंकि दिल्ली से उनके लिए अनुशासन का चाबुक भेज दिया जाएगा। लेकिन कांग्रेस के जमीनी नेता मंत्री और संगठन के पदाधिकारी भी बीते लंबे समय से ट्रेनों को रद्द करने और स्टॉपेज को बंद करने के खिलाफ आंदोलन और संघर्ष कर रहे हैं।

लेकिन अफसोस की ऐसे आंदोलनों का अखबारों में विज्ञप्तियां छपने के सिवाय और कोई असर अब तक तो दिखाई नहीं दिया है। जहां तक ट्रेनों को रद्द करने को लेकर.. रेलवे को चेतावनी, उग्र आंदोलन की धमकी और कोयला परिवहन रोकने की बात है। तो शायद ऐसी घोषणा करने वाले नेताओं की तरह ही रेल प्रबंधन भी इसे हल्के से लेता है।

जिसे हम ट्रेनें रद्द करने के खिलाफ चेतावनी कहते हैं। उसे रेल प्रबंधन स्थानीय नेताओं की गीदड़ भभकी बोलता है। और शायद इसीलिए ऐसी चेतावनियों के तुरंत बाद रेल प्रबंधन एक नया आदेश जारी कर कुछ और ट्रेनों के रद्द होने की सूचना का चाबुक मारकर बिलासपुर वालों की पीठ को लहूलुहान कर देता है। इसलिए अब हम यह मान बैठे हैं कि प्रदेश और बिलासपुर के किसी भी नेता, नेताओं अथवा पार्टियों में इतना दम नहीं है कि वह रेल प्रबंधन के कान उमेठकर उससे कहे कि क्यों बे…बोल तू अब और ट्रेनें रद्द करेगा क्या..?

और बिलासपुर समेत पूरे क्षेत्र में हर दिन नए नए ट्रेनों को रद्द करने की सूची जारी करने से हम सरीखे आम लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि कौन सी ट्रेन चल रही है। और कौन सी ट्रेन नहीं चल रही है। इसलिए रेलवे से गुजारिश है कि वह हर दिन रद्द ट्रेनों की सूची जारी करने की बजाय यह सूची जारी करना शुरू कर दे कि आज और कल कौन-कौन सी ट्रेनें चलेंगी। मेरे ख्याल से यह जनता के लिए और यात्रा करने वालों के लिए अधिक उपयोगी और सुविधाजनक होगा।

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