नगर निगम की नाकामी से नाराज, महाराणा प्रताप चौक व्यापारी संघ ने दी चक्काजाम की चेतावनी
(आशीष मौर्य ) : बिलासपुर नगर निगम की लचर कार्यप्रणाली, अव्यवस्थित कार्य के चलते यह नहीं लगता कि हम स्मार्ट सिटी में रहते हैं. बरसात का जो पानी नालियों में बहना चाहिए वह सड़कों पर बह रहा है. वह निचली बस्तियों और कई वार्ड में बरसात का पानी घर में घुस रहा है. दरअसल स्मार्ट सिटी पैसे खर्च कर बनाई गई कई नालियां पुरानी नालियों से कहीं ऊपर बनाई गई है।
व्यापार विहार में स्मार्ट सिटी फण्ड से करीब 26 करोड़ रूपए ख़र्च कर 2.8 किलोमीटर की स्मार्ट सड़क बनाई गयी.जिसकी पोल हर बरसात में खुल रही है. जो पानी नाली में बहना चाहिए वह सड़क में बह रहा है. इससे नाराज महाराणा प्रताप चौक व्यापारी संघ 25 जुलाई को चक्काजाम करने की चेतावनी निगम प्रशासन को दी है.
निगम के इंजीनियर की कथनी और करनी में फर्क :- बिलासपुर नगर निगम के इंजीनियर जैसा कागजों में दिखाते हैं वैसा धरातल पर होता नहीं है. निर्माण सामग्री से समझौता, कार्य में लेटलतिफी और अव्यवस्थित कार्य निगम की कार्यशैली को हमेशा प्रदर्शित करते रहा है. सिवरेज परियोजना के बाद अमृत मिशन का काम शहरवासियो को रुला रहा है.
स्मार्ट सिटी के पैसो का हो रहा दुरूपयोग :-आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया वाला बिलासपुर नगर निगम स्मार्ट सिटी के पैसों को खर्च कर रहा है. विकास कार्य के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं लेकिन वो नजर नहीं आ रहा,जानता से टैक्स के नाम पर राजस्व की वसूली करने वाला निगम, जानता को राहत देने में नाकाम साबित हुआ है.