SECL कार्यालय घेराव का एलान… जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया…अडानी को पेलमा कोयला खदान आवंटन के खिलाफ होगा जंगी प्रदर्शन
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर—जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कार्यकर्ताओं के साथ एसईसीएल कार्यालय घेराव का एलान किया है। विजय ने बताया कि एसईसीएल, कोल कम्पनी,भारत सरकार और अडानी की मिली भगत को उजागर किया जाएगा।
पांच सितम्बर मंगलवार को सरकन्डा स्थित एसईसीएल कार्यालय के सामने जंगी प्रदर्शन कर अडानी का विरोध किया जाएगा। रायगढ़ में पेलमा खदान अडानी दिए जाने के निर्णय को वापस लेने का दबाव भी बनाया जाएगा।
एक दिन पहले राहुल गांधी के रायपुर प्रवास के बाद प्रदेश के कमोबेश सभी कांग्रेस नेता जोश और खरोश से भर गए है। प्रवास के दौरान खासकर राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार और मोदी पर जमकर निशाना साधा। साथ ही मोदी मित्रों को भी निशाना बनाया। इसी क्रम में कार्यक्रम में मौजूद जिला कांग्रेस बिलासपुर के जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी ने केन्द्र और अडानी के खिलाफ प्रदर्शन का एलान कर दिया है।
विजय केशरवानी ने बताया कि देश को दांव पर रखकर प्रधानमंत्री मोदी अपने उद्योगपति मित्रों की लाइजनिंग कर रहे है। इसी क्रम में मोदी और केन्द्र सरकार की अनुशंशा पर नियम और कायदे को ताक पर रखकर कोल इण्डिया ने ररायगढ़ स्थित पेलमा कोयला खदान को गौतम अडानी के हवाले कर दिया है। पूुरी कार्रवाई में देश और प्रदेश को करोड़ों का नुकसान हुआ है। मतलब खदान आवंटन के समय जमकर भ्रष्टाचार हुआ है।
विजय ने बताया कि रायगढ़ स्थित पेलमा खदान को एमडीओ यानि माइन डेवलपर और अपरेटर की जिम्मेदारी गौतम अडानी को दी गयी है। अपने आदेश में कोल इण्डिया ने खदान विकास के दौरान गौतम आडानी को कोल खनन का भी तोहफा दिया है।
विजय ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा। गौतम अडानी को पेलमा खदान नियम विरूद्ध दिया गया है। इस बात को लेकर स्थानीय लोगों समेत प्रदेश की जनता में गहरा आक्रोश है। इसके पहले भी ग्रामीण के साथ प्रदेश वासियों ने बैलाडिला खदान आवंटन का विरोध किया था। और केन्द्र सरकार को फैसला वापस लेना पड़ा।
एक बार फिर प्रदेश और रायगढ़ की जनता खड़ी हो गयी है। कांग्रेस पार्टी जनता के साथ है। भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा। पांच सितम्बर को जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता आम जनता के साथ 11 बजे एसईसीएल के सामने जंगी प्रदर्शन करेंगे। कार्यालय का घेराव कर पेलमा खदान के आवंटन निरस्त करने की मांग करेंगे.