छत्तीसगढ़बिलासपुर

सीएमएचओ कार्यालय में चल रही मनमानी, अटैच कर्मचारियों के नही है दस्तावेज आरटीआई में हुआ खुलासा

(आशीष मौर्य के साथ जयेंद्र गोले) बिलासपुर-स्वास्थ्य विभाग कोरोना काल के बाद से एक मलाई दार विभाग के रूप में जाना जाने लगा है।इसका फायदा निजी नर्सिंग होम हॉस्पिटल सहित कर्मचारियों ने भी जमकर उठाया है।बिलासपुर सीएमएचओ कार्यालय की माने तो यह एक हिरे की खान बन गई थी।

जहां आने के लिए कर्मचारियों द्वारा चढ़ावा भी चढ़ाया गया।लेकिन अब उन्हीं कर्मचारियों ने इसे एक दुकान बना लिया है।यहां अटैच में पदस्थ लगभग 15 कर्मी है जो अपने मन से कार्यालय में सेक्शन देख रहे है।

कलेक्टर द्वारा इससे पूर्व में आदेश में दिया गया था जिसमे 2 लोगों लोगो को रिलीव करना था लेकिन आज पर्यन्त तक CMHO कार्यालय द्वारा दोनों कर्मचारियों को रिलीव नही किया गया है।

इनके यहां पदस्थ होने का कोई आदेश,शासन का दिशा निर्देश नही है।खुद हाईकोर्ट ने इन्हें मूल पदस्थापना की जगह में वापस भेजने आर्डर निकाला था,मगर चलती दुकान कोई छोड़ कर कौन जाना चाहेगा।अब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भी इनकी जिम्मेदारी नही ले रहे है।

जब आर टी आई लगाकर इनके अटैचमेंट की कॉपी मांगी गई,तो स्वास्थ्य अधिकारी ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि कार्यालयीन कार्य के लिए इन्हें बुलाया गया था।जिसका कोई कागज उपलब्ध नही है।

देखिए आरटीआई की कॉपी और हाईकोर्ट का आदेश.आखिरकार इन कर्मचारियों को किनका आशीर्वाद प्राप्त है

जिन्हें हटाने में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के भी हाथ कांप रहे है।

बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का हवाला देने वाला यह विभाग इन कर्मचारियों के आगे नतमस्तक हो गया है।जो कि जांच का विषय है

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