महंगी सब्जियों पर सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी, कहा-
(शशि कोन्हेर) : सब्जियों के बढ़ते दाम को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के कथित बयान पर विवाद हो गया है. ऑल इंडिया मुस्लिम इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को उन्हें निशाने पर लिया.
ओवैसी ने कहा कि कुछ भी देश में होता है तो हमको जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है. उन्होंने कहा, ”देश में एक ऐसी मंडली है जिसके घर अगर भैंस दूध न दे या मुर्ग़ी अंडा न दे तो उसका इल्जाम भी मियां जी पर ही लगा देंगे. शायद अपनी निजी नाकामियों का ठीकरा भी मियां भाई के सर ही फोड़ते होंगे. आज कल पीएम मोदी की विदेशी मुसलमानों से गहरी यारी चल रही है. उन्हीं से कुछ टमाटर, पालक और आलू मांग कर काम चला लीजिए.”
हिमंत बिस्वा सरमा ने क्या कहा?
हिमंत बिस्वा सरमा ने गुवाहाटी में कहा, “ग्रामीण क्षेत्रों में सब्जियों की दरें कम हैं. हालांकि, शहरों में आते-आते कीमतें बढ़ जाती हैं. सभी विक्रेता दरें बढ़ा रहे हैं और उनमें से ज्यादातर मियां लोग हैं.”
असम सीएम ने गुरुवार (13 जुलाई) को कहा, “वे (पूर्वी बंगाल मूल के मुसलमान) असमिया लोगों से ऊंची कीमतें ले रहे हैं. गुवाहाटी में मियां लोगों ने स्थानीय सब्जी बाजारों पर नियंत्रण कर लिया है. कोई असमिया युवक सब्जियां बेच रहा होता तो वह अन्य असमिया साथी नागरिकों से बढ़ी हुई कीमतें नहीं ले सकता.”
हिमंत बिस्वा सरमा ने कैसे समय पर टिप्पणी की
सरमा ने कहा, ”मियां मुसलमान प्रवासी बंगाली मुसलमानों के वंशज हैं जो 20वीं सदी में असम के ब्रिटिश उपनिवेशवाद के दौरान ब्रह्मपुत्र घाटी में रहते थे. ये प्रवासी वर्तमान बांग्लादेश के मैमन सिंह, रंगपुर और राजशाही डिवीजनों से आए थे. हमने हाल ही में ईद पर देखा है. गुवाहाटी में अधिकांश सड़कें खाली थीं क्योंकि वे त्योहार मना रहे थे.”
सरमा की यह टिप्पणी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) प्रमुख बदरुद्दीन अजमल के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि असमिया समुदाय मुस्लिम लोगों के बिना अधूरा है.
बदरुद्दीन अजमल ने क्या कहा था?
अजमल ने कहा था कि मियां मुस्लिम और असमिया लोग भाइयों की तरह हैं. राज्य मुस्लिम समुदाय के बिना अस्तित्व में नहीं रह सकता. बता दें कि देश और असम में पिछले कुछ दिनों से राज्य भर में सब्जियों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिससे आम जनता परेशान है. कई लोग सरकार से सवाल कर रहे हैं.