ज्ञानवापी में आज भी तहखानों पर केंद्रित रहेगी एएसआई जांच, सर्वे के बारे में ASI के एडीजी ने की कहा
(शशि कोन्हेर).: ज्ञानवापी परिसर में रविवार को एएसआई सर्वे का केंद्र तहखाने ही रहेंगे। टीम गुंबद के अंदर की जांच को भी आगे बढ़ा सकती है। हिन्दू पक्ष के वादियों और अधिवक्ताओं का कहना है कि ज्ञानवापी के तहखानों में ज्यादा से ज्यादा साक्ष्य होने के संकेत मिले हैं। उन्होंने संभावना जताई कि व्यासजी के तहखाने में अभी एक हफ्ते तक जांच चल सकती है।
जिन स्थानों पर अभी मैपिंग, नापी आदि की जा रही है, वहां जीपीआर तकनीक से भी जांच की संभावना है। वादी अधिवक्ता का कहना है कि एएसआई टीम की जांच में कोई हस्तक्षेप नहीं कर रहा है। टीम किसी से ज्यादा जानकारी भी नहीं ले रही है। एएसआई के एडीजी डॉ. आलोक त्रिपाठी ने सभी पक्षकारों और अधिवक्ताओं से अनुरोध किया है कि वे टीम के सदस्यों से कोई बात न करें।
जो भी जानकारी या पूछताछ करनी हो, उनसे ही करें। टीम को भी सख्त निर्देश है कि टीम के अलावा अन्य किसी से सर्वे के बाबत चर्चा नहीं होगी। हिंदू पक्ष के अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी के मुताबिक अब तक की जांच में विभिन्न बिंदुओं पर टेंपल आर्किटेक्ट सामने आए हैं।
लग सकता है एक महीने से ज्यादा समय
ज्ञानवापी सर्वे के संबंध में विशेषज्ञों का मानना है कि एएसआई को भले ही जिला जज कोर्ट से लगभग चार हफ्ते की मोहलत मिल गई है, लेकिन सर्वे का समय उसके बाद भी बढ़ाया जा सकता है। अधिवक्ताओं का कहना है कि इस तरह के ढांचे का सर्वे थोड़ा मुश्किल होता है। ज्यादा से ज्यादा तकनीकी परीक्षण के जरिए ही किसी संकेत या विश्लेषण पर पहुंचा जा सकता है।
जीपीआर मशीन से एक-दो दिन में शुरू होगा सर्वे
अधिवक्ताओं के अनुसार एएसआई टीम सोमवार से जीपीआर तकनीक से सर्वे शुरू कर सकती है। कानपुर या दिल्ली आईआईटी से जीपीआर मशीन मंगाई जा सकती है। सर्वे में अभी कार्बन या केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।
डीएम से बयानबाजी पर रोक लगाने की प्रतिवादी ने की मांग
अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने एएसआई सर्वे के दौरान हिन्दू पक्ष पर लगातार बयान देने का आरोप लगाया है। उन्होंने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपकर बयानबाजी पर रोक लगवाने की मांग की है।
शनिवार को वैज्ञानिक सर्वे के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों के समक्ष भी मसाजिद कमेटी के प्रतिनिधियों ने आपत्ति जताई। उनका का कहना है कि यदि इस तरह बयान जारी रहेंगे तो उनका जनभावना पर असर पड़ेगा। बयानबाजी पर रोक के लिए वह सुप्रीम कोर्ट में भी अपील करेंगे।
मुस्लिम पक्ष ने हर सम्भव मदद का दिया भरोसा
अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ज्ञानवापी के संयुक्त सचिव एमएस यासीन ने कहा कि एएसआई की टीम निष्पक्ष सर्वे कर रही है। परिसर में मर्यादा का पालन किया जा रहा है। अंजुमन इंतेजमामिया मसाजिद कमेटी की ओर से हर सम्भव सहयोग होगा।
क्या है तहखाने का राज
अंजुमन कमेटी के संयुक्त सचिव एमएस यासीन ने बताया कि ज्ञानवापी परिसर में तीन तहखाने हैं। उनमें दो उत्तर और एक दक्षिणी तरफ है। दक्षिणी तहखाना को ही कुछ लोग व्यासजी का बोलते हैं। उत्तर के एक और तहखाने की सफाई कराई जा रही है। संभावना है कि रविवार से उसमें सर्वे शुरू हो। यह तहखाना मुख्य भवन के सामने खुले परिसर के नीचे बना है।