विधानसभा चुनाव निपट गये..यूपी में अब संगठन को मजबूत करने में जुटी कांग्रेस
(शशि कोन्हेर) : नई दिल्ली – कांग्रेस ने अपने संगठन को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक हालिया विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस उत्तर प्रदेश पर फोकस कर रही है। पार्टी यूपी में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए दलित या ब्राह्मण चेहरे की तलाश कर रही है। सूत्रों की मानें तो पार्टी के भीतर कई विकल्पों पर मंथन चल रहा है। बता दें कि 403 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस केवल दो सीटें जीत सकी थी।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी के पास सीमित विकल्प हैं। दलित चेहरे की यदि बात करें तो पीएल पुनिया भी एक चेहरा हैं जो मौजूदा वक्त में छत्तीसगढ़ के प्रभारी हैं। वहीं ब्राह्मण चेहरे में प्रमोद तिवारी का नाम प्रमुख है। हालांकि उनकी बेटी आराधना मिश्रा विधायक दल की नेता हैं। मालूम हो कि हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस बुरी तरह पराजित हुई थी और उसको केवल दो फीसद वोट मिले थे।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी अब सक्रिय रहेगी और का दायरा बढ़ेगा। अगले लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस खुद को भाजपा के खिलाफ मजबूती से खड़ा करेगी। कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति करेगी। सूत्रों की मानें तो इसमें से एक चेहरा अल्पसंख्यक समुदाय से होगा। सनद रहे हाल ही में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने सीतापुर जेल में सपा नेता आजम खान से मुलाकात की थी।
प्रमोद कृष्णन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी बताए जाते हैं। बता दें कि विधानसभा चुनाव में हार के बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख अजय कुमार लल्लू ने अपना इस्तीफा दे दिया था। इस इस्तीफे को एक महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। पार्टी संगठन सचिव अनिल यादव का कहना है कि यूपीसीसी प्रमुख की गैरमौजूदगी में पार्टी के कामकाज को देखने के लिए एक वरिष्ठ महासचिव को लगाया गया है। दिनेश सिंह इसे बखूबी संभाल रहे हैं।