अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में, सीएम विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया नमन….
(आशीष मौर्य के साथ जयेन्द्र गोले) : बिलासपुर – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आज अटल बिहारी विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित स्व अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें सादर नमन किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की याद में बनाए गए शहीद स्मारक पर भी पुष्पांजलि अर्पित कर सेनानियों को सादर नमन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति अरुण नाथ दिवाकर वाजपेयी, बिल्हा विधायक धरम लाल कौशिक, बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल और बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला सहित अन्य लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और शहीद स्मारक पर छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता सेनानियो को श्रृद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर (छ.ग.) के कुल उत्सव-2023 को सम्बोधित करते हुए कहा कि : आज एक सप्ताह के अंदर प्रदेश की न्यायधानी में दूसरी बार आप सभी के बीच में खुद को पाकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ।
आज 25 दिसंबर सुशासन दिवस पर मैं आप सभी को श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी जी की जयंती पर बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। प्रदेश में सुशासन लाने के लिए आप सभी सहयोगी होंगे। जितनी साक्षरता शैक्षणिकता बढ़ेगी उतना ही सुशासन आएगा। आज बताते हुए बहुत दुःख होता है कि शिक्षा के केंद्रों को पर्याप्त स्टाफ नहीं मिल पाया, इस व्यवस्था को सुधारने और छत्तीसगढ़ में शिक्षा जगत में बहुत कुछ करने की आवश्यकता है।
मैं एक मुख्यमंत्री होने के नाते कह सकता हूं कि शैक्षणिक संस्थानों में जिस सेटअप या जिन चीजों की आवश्यता है उन्हें पूरा करने का हम प्रयास करेंगे। आज बहुत विशेष दिन है, आज पूरे प्रदेश में कार्यक्रम हो रहे हैं, सुशासन दिवस उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा है। आज हमारी सरकार प्रदेश के किसानों को दो वर्ष का बकाया बोनस का भुगतान करने जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी में जितने भी वादे किए थे, वह सब पूरा करने की गारंटी हमारी है। हम हर वादे को पूरा करेंगे। श्री साय ने कहा कि हम छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया की कहावत को चरितार्थ करेंगे।