एनकाउंटर में मारे गए अतीक अहमद के गुर्गे, गुलाम की मां ने कहा…यही उसका अंजाम है
(शशि कोन्हेर) : अतीक अहमद के गुर्गे गुलाम के एनकाउंटर पर उसकी मां ने कहा है कि मेरा बेटा गलत रास्ते पर चला गया था, यह उसका ही अंजाम है। गुलाम की मां ने कहा कि मैंने तो उसे यही सिखाया कि कभी एक पेंसिल भी स्कूल से मत लाना, लेकिन वह अपराध के रास्ते पर चला गया। आज उसका ही अंजाम मिला है। उन्होंने बेटे का शव लेने से भी इनकार कर दिया। उमेश पाल की हत्या में शामिल रहे शूटर गुलाम की मां ने कहा, ‘बेटे के जाने का दुख है, लेकिन गलत काम तो नतीजा गलत ही होगा। उसने गलत काम किया था, इसलिए हम उसका शव नहीं लेंगे।’
गुलाम के भाई राहिल ने भी मां की बात को सही करार दिया। उन्होंने कहा कि हमने तो पहले ही कहा था कि हम लोग शव लेने नहीं जाएंगे। हम आज भी अपनी बात पर कायम हैं। हमारा परिवार सेटल था और सभी लोग अपना काम कर रहे थे। इसके बाद भी उसने ऐसा काम क्यों किया, यह समझ से बाहर है। उन्होंने कहा कि हम शव नहीं लेंगे। राहिल ने कहा कि गुलाम की पत्नी थी और दो बेटियां थीं, लेकिन उसने किसी के बारे में नहीं सोचा। गुलाम की मां ने कहा कि इस लड़के ने हमें सड़क पर ला दिया। हमारा घर तोड़ दिया गया है। आज हम सड़क पर हैं और किराये पर भी कहीं नहीं रह सकते।
शूटर गुलाम की मां ने कहा कि उसने जो किया था, उसका हिसाब हो गया, लेकिन हमें इंसाफ चाहिए। हमारे घर पर बुलडोजर चला दिया गया। हम रोते रह गए। उन्होंने कहा कि हमारा सरकार से कहना था कि गुलाम ने यदि कहीं एक ईंट भी लगाई हो तो उसे तोड़ दिया जाए, लेकिन इस तरह हमारे पुराने घर को ना तोड़ा जाए। राहिल ने कहा कि हम तीन भाई हैं। हमारी मां ने सभी को सही रास्ते पर चलना सिखाया था। मां ने हमेशा सही और गलत बताया, लेकिन उसने गलत काम किया।
बताया कब से आ गया था अतीक की संगत में
गुलाम की मां ने कहा कि आज यदि मैं अपने बच्चे के लिए रो रही हूं तो क्या जिसके बच्चे को उसने मारा था, उसकी मां दुखी नहीं है। सरकार ने जो किया, सही किया है। मैंने तो उसे हमेशा यही सिखाया कि स्कूल से एक पेंसिल तक छिपाकर मत लाना। कोई चीज नहीं रहेगी तो मैं उधार लेकर दे दूंगी। इस दौरान राहिल ने बताया कि 2007 में एक मर्डर के बाद ही मेरा भाई अतीक अहमद के संपर्क में आया था। हालांकि उन्होंने अतीक अहमद के कभी घर आने या परिवार से संपर्क की बात से इनकार किया।