परियोजना कार्यालय में बाबू राज- वर्षों से कुंडली मारे बैठे बाबूओं का तबादला नहीं
(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर – (सरगुजा) – हैरानी होगी जानकार कि प्रांत में शासन सता बदलने के साथ सियासी लोगों के चेहरे भी बदले बलेकिन एकीकृत महिला बाल विकास परियोजना कार्यालय में तकरीबन 9 से 10 परियोजना अधिकारीयों के अन्यत्र तबादले के बाद भी कार्यालय में विराजमान बाबूओं का तबादला नहीं हो सका।
महसूस होता है शासन प्रशासन ने इन बाबूओं के नाम सेवामुक्त होने तक लखनपुर परियोजना कार्यालय में बने रहने वशियत लिख दिया है । एकाध लिपिक ऐसे भी हैं जो एक नहीं दो परियोजना कार्यालय लखनपुर उदयपुर में कार्यरत रह कर यात्रा भत्ता वेतन लाभ लेकर अपना जलवा बिखेर चुके हैं। और बिखेर रहे हैं। पहुंच वाले लोगों से सांठगांठ बना शासन के कृपा पात्र इन बाबूओं का रौब बेखौफ मनमानी बरकरार है। रेडी टू ईट फूड,गरम मध्यान्ह भोजन,चना मुर्रा, दूध , अंडा तथा महिला बाल विकास विभाग में संचालित दूसरे मद योजना में कमिशन खोरी का खेल इन बाबूओं के मार्फत लम्बे समय से चलता रहा है। परियोजना कार्यालय के इन बाबूओं तथा परियोजना अधिकारी के कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान उठने लगे हैं।
वर्तमान में रेडी टू ईट फूड की सप्लाई व्यवस्था शासन द्वारा बदल दिये जाने से इनके चेहरे की रंगत भले ही हल्की फीकी पड़ गई है। परन्तु कमीशन जुगाड को लेकर फेस की लाली बरकरार है। नगर सहित आसपास क्षेत्र के कुछ लोगों का कहना है लम्बे समय से परियोजना कार्यालय में कुंडली मारे बाबूओ की तबादला होनी चाहिए। जिससे कार्यालयीन कार्य को गति मिले। तथा वर्षों से बैठे इन बाबूओं के बेखौफ मनामानी कार्यप्रणाली तथा कार्यालयीन व्यवस्था में बदलाव आ सके ।