एक ही हाथ से बल्लेबाजी और गेंदबाजी, रियल है स्टोरी; अभिषेक की फिल्म घूमर
(शशि कोन्हेर).: बॉलीवुड स्टार अभिषेक बच्चन और स्यामी खेर की फिल्म घूमर इन दिनों चर्चा में है। इस फिल्म की कहानी एक हाथ की महिला क्रिकेटर स्यामी खेर के संघर्ष के इर्द-गिर्द बुनी गई है।
फिल्म घूमर की कहानी भले ही काल्पनिक हो लेकिन धनबाद में इसी से मिलती-जुलती एक हाथ के क्रिकेटर के संघर्ष और समर्पण की सच्ची कहानी मौजूद है। धनबाद के रहने वाले एक हाथ के क्रिकेटर गोविंद कुमार अपनी दिव्यांगता को कमजोरी न बना उससे लड़कर अपनी ताकत बना रहे हैं।
बचपन से ही क्रिकेट के प्रति जुनूनी रहे गोविंद 1998 में गर्मी की छुट्टियां मनाने के लिए नानी के घर पलामू गए हुए थे। वहां हुए एक हादसे में गोविंद को अपना दाहिना हाथ गंवाना पड़ा। कुछ दिन बिस्तर में पड़े-पड़े गोविंद डिप्रेशन में जाने वाले थे लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और फिर से क्रिकेट खेलना शुरू किया।
एक हाथ नहीं रहते हुए भी गोविंद ने स्वस्थ खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया। धीरे-धीरे धनबाद क्रिकेट संघ के बी डिवीजन, ए डिवीजन और फिर सुपर डिवीजन क्रिकेट लीग में अपनी खेल प्रतिभा से सभी को अचंभित किया है।
गोविंद की गेंदबाजी से विरोधियों के छूटते हैं पसीने
बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में माहिर गोविंद तेज गेंदबाजी करते हैं। जिस तरह से फिल्म में स्यामी खेर एक हाथ से गेंदबाजी करते हुए अपने कोच अभिषेक बच्चन को प्रभावित करती है ठीक उसी तरह गोविंद भी अपने बाएं हाथ से गेंदबाजी करते हुए लोगों को अचंभित करते हैं।
चंद्रशेखर की तरह नहीं मिला अवसर
दाहिने हाथ में पोलियो रहने के बावजूद मशहूर स्पिनर बीएस चंद्रशेखर को भारतीय क्रिकेट टीम में जगह दी गई थी। लेकिन गोविंद को यह कहकर जिला और राज्यस्तरीय टीम में जगह नहीं दी गई कि उसके एक हाथ नहीं है। गोविंद ने इसके लिए हर जगह गुहार लगाई लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। बीसीसीएल के सेंट्रल अस्पताल में कार्यरत गोविंद अभी कोल इंडिया के इंटर डिपार्टमेंटल क्रिकेट में