बिजली विभाग ने विधानसभा चुनाव के पहले बार-बार लाइट गोल कर, बिलासपुर में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने का शुरू किया अभियान
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर।अधिक दिन नहीं हुए हैं जब देश की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के कार्यक्रम के दौरान लाइट गोल हो गई। राष्ट्रपति प्रधानमंत्री अथवा मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में लाइट का गोल होना दुस्साहसिक अपराध माना जाता है।। सोचा जा सकता है कि जब विद्युत विभाग के कर्णधारों को महामहिम राष्ट्रपति का डर नहीं है तो वह बिलासपुर शहर में रहने वाले बिजली के मामूली उपभोक्ताओं की चिंता क्यों करेंगे। इसलिए नियमित मेंटेनेंस के अलावा बीते 15 दिन से रोज बिलासपुर शहर में लाइट गोल होने का सिलसिला चलाया जा रहा है।
ऐसा लगता है कि विद्युत मंडल के अफसर शहर की लाइट बार-बार घोलकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ अपना अभियान प्रारंभ कर चुके हैं। तीन दिन पहले केवल गोंडपारा फीडर क्षेत्र में ही रात में 10 बार बिजली गोल की गई। उसके एक दिन बाहर था रविवार को दिनभर में चार बार अघोषित उसे बिजली गोल की गई। और सोमवार को दोपहर 2 बजे तक 5 बार इसी फीडर में बिजली गोल की जा चुकी है। गोंडपारा लीडर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में आज फिर विद्युत मंडल ने अपना कहर बरपाया।
और केवल जलने के नाम पर 3 घंटे के लिए बिजली गुल कर दी है। कभी ब्रेकडाउन कभी जंपर कटना, कभी डियो गिरना, तो कभी ट्रांसफार्मर में तेल खत्म होना या ट्रांसफार्मर में धमाका होना यह बहाने विद्युत मंडल वालों के रोज के बहाने हैं। सवाल यह उठता है कि जब साल में तीन बार और चार बार विद्युत मंडल हजारों हजार रुपया खर्च कर मेंटेनेंस करता है तो यह सब समस्याएं क्यों आती है। इसके अलावा भी हर दिन 5 बार की अघोषित कटौती और हर 4 दिन में एक बार 3-4 घंटे की घोषित कटौती बिलासपुर विद्युत मंडल की पहचान बन रही है।मंडल के अफसरों के अधीन काम करने वाले कर्मचारी भी बार-बार लाइट गोल कराने वाले विधानसभा चुनाव के पहले बिलासपुर शहर में कांग्रेस सरकार को इस मुद्दे पर बदनाम करने का अभियान शुरू कर चुके हैं। पहले बिलासपुर शहर को ऐसी समस्याएं नहीं मिला करती थी। लेकिन ऐसा लगता है कि अब अनुकंपा नियुक्ति में नाकारा अफसरों की पदस्थापना का दुष्परिणाम बिलासपुर भोग रहा है।