बिलासपुर

खबरदार…अब गंगाजल और दही खाकर ही घर से बाहर निकलें शहर के लोग..,बाईक पर जानलेवा फर्राटा भरने वाले “रईसों के बिगड़ैल छोकरों” के कान क्यों नहीं पकड़ती बिलासपुर पुलिस..?

(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। दुर्ग पुलिस की तरह सड़कों पर फर्राटा भरने वाले, स्टंट करने वाले तथा गाड़ियों में पटाखे की आवाज वाले साइलेंसर लगाकर बिलासपुर की सड़कों को जानलेवा बनाने वाले रईसों के बिगड़ैल छोकरों के कान क्यों नहीं पकड़ती बिलासपुर पुलिस..? सुसाइडल बम के समान बाइक पर सवार नव धनकुबेरों के बिगड़ैल छोकरों की खरपतवार ने बिलासपुर की सड़कों को प्राणघातक बना दिया है। ये बिगड़ैल छोकरे आत्मघाती दस्ते की तरह किसी पर अपनी बाइक बढ़ाकर या किसी से टकराकर खुद तो मरते ही हैं।

साथ में जिससे टकराते हैं उस मासूम निर्दोष इनोसेंट राहगीर की भी या तो जान ले लेते हैं या उसे गंभीर रूप से घायल कर अस्पताल में भर्ती होने पर मजबूर कर देते हैं। इनके द्वारा अपनी गाड़ियों में ऐसे खतरनाक आवाज वाले साइलेंसर लगाए जा रहे हैं जो राह चलते लोगों को एकाएक इतना डरा देते हैं कि वे झझककर दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। आमतौर पर कानून,नियम अपनी जान और दूसरों की जान तथा ट्रैफिक पुलिस की परवाह किए बिना बिलासपुर की सड़कों पर फर्राटा भरने वाले बिगड़ैल छोकरों में से अनेक ऐसे भी होते हैं जिन्हें अपराध की दुनिया की छांह भी लग चुकी होती है। पुलिस अगर सरेराह ट्रैफिक नियम तोड़कर अपने साथ-साथ दूसरों की जान के लिए खतरा बन रहे ऐसे लोगों को रोककर उनकी तलाशी ले तो उनके पास से शराब,चाकू-कट्टा, या और किसी तरह के अवैध हथियार भी मिल सकते हैं।

दुर्ग में पुलिस ने ऐसे लोगों का पीछा कर उन्हें पकड़ने और सबक सिखाने की एक मुहिम सी चला रखी है। बिलासपुर पुलिस को ऐसी ही मुहिम चलाने से किसने रोक रखा है..? लेकिन बिलासपुर में ट्रैफिक पुलिस आमतौर पर सुसाइडल बम बने बिगड़ैल छोकरों को इधर से उधर फर्राटे भरते बस सूनी आंखों से किसी निरीह दर्शक की तरह निहारते भर रहती है। कभी उन पर कार्यवाही नहीं करती। बिलासपुर में अगर बाइक में घूम रहे यमराज के लाइसेंसी दलाल बने ऐसे युवकों की धरपकड़ हो तो इनकी छेड़खानी का शिकार बनने वाली राह चलती युवतियां भी राहत की सांस लेंगी। वही बिलासपुर शहर में दुर्घटना की दर और सड़कों पर निकलने का डर एकाएक कम हो जाएगा।

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