बिहार के मंत्री की फिसली जुबान, महागठबंधन की जगह एनडीए को जिताने की कर डाली अपील
(शशि कोन्हेर) : बिहार के राजनीतिक अखाड़े में इन दिनों एनडीए और महागठबंधन के बीच एक दूसरे को धूल चटाने की जबरदस्त लड़ाई चल रही है. इसी बीच आरा में बिहार एमएलसी चुनाव 2023 के प्रचार के क्रम में राज्य सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की जुबान फिसल गई. उन्होंने महागठबंधन की बजाय एनडीए की जीत की अपील कर दी.
बता दें, महागठबंधन की तरफ से विधान परिषद के गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से संजीव श्याम और गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से पुनीत कुमार चुनावी मैदान में हैं. इस दौरान महागठबंधन के नेता अपने उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित कराने के लिए खूब जोर लगा रहे हैं.
इसी सिलसिले में मंगलवार को मंत्री सुरेंद्र राम और मंत्री जितेंद्र राय ने भोजपुर का दौरा किया. जहां सुरेंद्र राम ने कहा कि एनडीए के अच्छे उम्मीदवार को जिताएं. इसके बाद राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई. हालांकि, वक्त रहते मंत्री जी ने बात को संभालने की कोशिश की और महागठबंधन प्रत्याशी को जिताने का अपील की.
दरअसल, एक निजी रिसोर्ट में महागठबंधन के नेताओं की बैठक के बाद महागठबंधन के नेता प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान दोनों मंत्रियों के साथ जिले के जगदीशपुर विधायक राम विष्णु लोहिया, शाहपुर विधायक राहुल तिवारी और आरजेडी के जिला अध्यक्ष बीरबल यादव भी मौजूद थे.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंत्री सुरेंद्र राम ने संजीव श्याम और पुनीत कुमार के लिए वोट की अपील कर रहे थे. इसी दौरान बोल पड़े कि इस बार एनडीए के प्रत्याशियों को जिताएं. हालांकि, वह तुरंत बाद खुद को संभालते हुए वापस अपनी बात पर आए और महागठबंधन के प्रत्याशी को जिताने की अपील की. सुरेंद्र राम की जुबान से जैसे ही एनडीए के लिए जीत का शब्द निकला, वैसे ही मंत्री जितेंद्र राय और अन्य विधायक उनका चेहरा देखने लगे.
वहीं, बिहार में एनडीए और महागठबंधन के बीच छिड़े पोस्टर वार में बीजेपी द्वारा बिहार का योगी सम्राट चौधरी को दर्शाने की बात का सवाल पूछा गया तो श्रम संसाधन मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 75% लोग योगी के बुलडोजर राज का विरोध कर रहे हैं. और बिहार में तो लोग ऐसा राज बिल्कुल भी नहीं चाहते हैं.
इसी के साथ श्रम संसाधन मंत्री से उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के किए गए 10 लाख लोगों को नौकरी के वादे पर भी सवाल पूछा गया. इस पर गोल मोल जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बीते वर्ष में लाखों लोगों को नौकरी दी गई है और आगे भी लाखों बेरोजगार लोगों को नौकरी देने की बात सरकार द्वारा की जा रही है.