बिलासपुर

रुको, सोचो, एक्शन लो के तहत साइबर फ्रॉड के खिलाफ बिलासपुर पुलिस का बड़ा कदम

(आशीष मौर्य/जयेन्द्र गोले) : बिलासपुर पुलिस ने साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए जागरूकता अभियान की शुरुआत की है।रुको, सोचो, एक्शन लो अभियान के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन पुलिस मैदान में किया। इस कार्यक्रम में एसपी सहित जिले के राजपत्रित अधिकारियों, सामाजिक संगठनों, एनजीओ और बड़ी संख्या में शहरवासियों ने भाग लिया।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को साइबर फ्रॉड के खतरों से जागरूक करना और उनसे बचने के उपायों के बारे में जानकारी देना है। साथ ही, नागरिकों को यह सिखाना है कि अगर वे साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं, तो उन्हें बिना देर किए डायल 1930 पर संपर्क करना चाहिए। यह नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग हेल्पलाइन है, जहां फ्रॉड की जानकारी देकर जालसाजी की गई राशि को होल्ड कराया जा सकता है।कार्यक्रम की शुरुआत एसपी रजनेश सिंह के संबोधन से हुई। उन्होंने कहा कि, “साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और इनसे बचने का सबसे बड़ा उपाय है जागरूकता।

लोगों को सतर्क रहना होगा और फ्रॉड से बचने के लिए तुरंत सही कदम उठाने होंगे।अधिकारियों ने नागरिकों को बताया कि कैसे ऑनलाइन ठगी करने वाले अपराधी लोगों को धोखा देते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी अनजान कॉल, लिंक या मैसेज पर तुरंत प्रतिक्रिया न दें। पहले रुकें, सोचें, और फिर कोई भी कार्रवाई करें।कार्यक्रम के दौरान डायल 1930 हेल्पलाइन की उपयोगिता पर भी विशेष जोर दिया गया।

अधिकारियों ने बताया कि साइबर फ्रॉड की शिकायत करने का यह सबसे तेज़ और प्रभावी तरीका है। जैसे ही कोई व्यक्ति इस नंबर पर कॉल करता है, उसकी शिकायत तुरंत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल तक पहुंच जाती है। इससे संबंधित बैंक या वॉलेट में ठगी की गई राशि को होल्ड किया जा सकता है, जिससे फ्रॉड की राशि को वापस पाने की संभावना बढ़ जाती है।इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने अपने वाहनों पर “डायल 1930” के स्टीकर लगाए। साथ ही, कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को भी स्टीकर वितरित किए गए और उन्हें अपने वाहनों पर चिपकाने के लिए प्रेरित किया गया। एसपी रजनेश सिंह ने कहा कि, “इन स्टीकरों के जरिए हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक संदेश पहुंचा सकते हैं। यह एक छोटा कदम है, लेकिन इसका असर बड़ा हो सकता है।कार्यक्रम के दौरान एसपी रजनेश सिंह ने कहा, हमारा उद्देश्य बिलासपुर को साइबर फ्रॉड से मुक्त बनाना है। इसके लिए हर नागरिक को सतर्क और जागरूक होना होगा। ‘रुको, सोचो, एक्शन लो’ केवल एक स्लोगन नहीं है, बल्कि यह एक सोच है, जिसे अपनाकर हम सुरक्षित रह सकते हैं।

यह अभियान चेतना, अतुलनीय बिलासपुर, सुरक्षित बिलासपुर पहल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। साइबर फ्रॉड के खिलाफ जागरूकता फैलाने की यह पहल नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।इस कार्यक्रम में एनजीओ, निजी संस्थानों, समाजसेवकों और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। उन्होंने पुलिस की इस पहल की सराहना की और साइबर फ्रॉड से बचने के लिए जागरूकता फैलाने का वादा किया।

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