(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर के स्टूडेंटस की गोवा में समुद्र में नहाते समय मौत हो गई। वह बेंगलुरु में रहकर पत्रकारिता की पढ़ाई किया था। दिलचस्प बात यह है कि उसने करीब साल भर पहले ही छात्रों के पिकनीक जाने और समुद्र में डूबने की कहानी पर कविता लिखी थी। बुधवार की सुबह उसके शव को बिलासपुर लाया गया।
जानकारी के अनुसार विनोबा नगर गली नंबर R- 3 निवासी शैलेंद्र पांडेय पंचायत विभाग में कार्यरत हैं। उनका छोटा बेटा आदित्य पांडेय (23 साल) बेंगलुरू में पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहा था।
वहां समर वेकेशन शुरू होने के पहले बीते 16 मई को आदित्य अपने चार-पांच दोस्तों के साथ गोवा पिकनीक मनाने गया था। सभी छात्र समुंद्र में नहा रहे थे। तभी आदित्य को पानी की लहर ने खींच कर गहराई तरफ ले गया और डूबने से उसकी मौत हो गई।
10 मई को मामा के बेटे की शादी में आया था आदित्य
बताया जा रहा है कि आदित्य के मामा के बेटे की कोरबा में शादी थी। इसमें शामिल होने के लिए वह बेंगलुरू से बीते 10 मई को कोरबा आया था। इसके बाद 11 मई को वापस बेंगलुरु चला गया था।
हादसे की खबर मिलते ही गोवा पहुंचे परिजन
आदित्य पांडेय की मौत की खबर मिलते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। खबर मिलते ही परिजन गोवा के लिए रवाना हो गए। वहां पोस्टमार्टम कराने के बाद उसके शव को फ्लाइट से रायपुर लाया गया। बुधवार को आदित्य का अंतिम संस्कार किया गया।
समुंद्र में डूबने की कहानी पर लिखी थी कविता
परिजनों ने बताया कि आदित्य कविता भी लिखता था। करीब साल भर पहले उसने छात्रों के पिकनीक जाने और समुंद्र में डूबने की कहानी पर एक कविता भी लिखी थी। इसमें उसने छात्र की मौत की बात भी बताई थी। लेकिन, उसे क्या पता था कि उसकी कविता की कहानी का पात्र आदित्य ही था।