बिटकॉइन की कीमतों में लगातार चौथे दिन गिरावट, आखिर क्या चल रहा है?
नई दिल्ली- क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट के बीच बिटकॉइन 60,000 डॉलर से नीचे गिरकर तीन सप्ताह के सबसे निचले स्तर पर आ गई है। इसी महीने अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने के बाद क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का कारण बनी हुई है। अमेरिकी टैक्स डिपार्टमेंट औऱ चीन की लगातार कार्रवाई के चलते क्रिप्टोकरेंसी बाजार नीचे की ओर फिसल रहा है।
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टेकरेंसी बिटकॉइन हांगकांग में बुधवार सुबह 11:23 बजे लगभग 2.5% गिरकर $ 59,000 पर हो गई। यह लगातार चौथा दिन है जब बिटकॉइन में गिरावट देखी गई है। वहीं दूसरी सबसे बड़ा डिजिटल टोकन ईथर 3.4% गिरकर $4,110 पर आ गया जो 28 अक्टूबर के बाद से इसका निम्नतम स्तर है। शीर्ष टोकन में पिछले 7 दिनों में 10 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है।
फंडस्ट्रैट की तकनीकी रणनीति रिपोर्ट के मुताबिक “यह मामूली कमी आने वाले हफ्तों में गिरावट के लिए एक आकर्षक जोखिम / इनाम पैदा करती है।”
क्रिप्टो कॉम्प्लेक्स ने इस साल कुल मिलाकर अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन अमेरिकी बुनियादी ढांचे के कानून में कर प्रावधानों के बारे में चिंताओं और चीन द्वारा निरंतर कार्रवाई ने पिछले कुछ महीनों के दौरान मजबूत रैली को झटका देने का काम किया है।
50 दिन का औसत
मंगलवार को गिरावट के दौरान बिटकॉइन अपने 50-दिवसीय मूविंग एवरेज के पास था जिसने मंगलवार को 60,000 डॉलर के राउंड नंबर के ठीक नीचे समर्थन की पेशकश की।
वहीं बिटकॉइन नेटवर्क की कम्यूटर पॉवर को मापने वाला हैश रेट साल के मध्य के बाद से काफी हद तक ठीक हो गया है क्योंकि चीन ने क्रिप्टो उद्योग के खिलाफ अपनी कार्रवाई को लेकर फिर से आदेश जारी किया है।
क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती तेजी के बीच भारत में भी इसे नियंत्रण में लाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की थी।