टिकट के लिए ममता बनर्जी की पार्टी में खूनी खेल, दो कार्यकर्ताओं का कत्ल….एक गंभीर
(शशि कोन्हेर) : पंचायत चुनावों के लिए टिकट बंटवारे पर मची आपसी कलह में टीएमसी के दो कार्यकर्ताओं की हत्या हो गई है। दोनों कार्यकर्ताओं के कत्ल का आरोप टीएमसी के ही एक गुट पर लग रहा है यानी ये दोनों मर्डर ममता बनर्जी की पार्टी की आपसी रार के चलते हुए हैं। बंगाल के दिनाजपुर जिले में मारे गए दोनों कार्यकर्ताओं की पहचान 64 साल के फैजुल रहमान और 52 वर्षीय मोहम्मद हासू के तौर पर हुई है। इसके अलावा एक शख्स बुरी तरह जख्मी भी हुई है। पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को अरेस्ट किया है।
बंगाल में अगले कुछ महीनों में पंचायत चुनाव होने वाले हैं। 2024 के आम चुनाव से पहले इन पंचायत चुनावों को अहम माना जा रहा है क्योंकि सभी पार्टियों की इससे परीक्षा हो जाएगी। गुरुवार को उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपरा ब्लॉक में पंचायत चुनाव के लिए उम्मीदवारों पर चर्चा के मकसद से दिघीपाना गांव में मीटिंग बुलाई गई थी। इसी दौरान पार्टी के दो गुटों में झड़प हो गई। यह घटना तब हुई, जब मीटिंग के बाद टीएमसी के कार्यकर्ता घर वापस लौट रहे थे। इसी दौरान झड़प हो गई और कई राउंड फायरिंग भी हुई। इसी में दो लोगों की मौत हो गई।
मारे गए टीएमसी नेता फैजुल रहमान के बेटे ने बताया कि यह हत्याएं आपसी कलह के चलते हुई हैं। फैजुल के बेटे मोहम्मद कादिर ने कहा, ‘मेरे पिता टीएमसी के नेता थे। गुरुवार दोपहर को वह पार्टी के कई अन्य लोगों के साथ दिघीपाना दफ्तर गए थे। इसी दौरान उनकी कुछ अन्य नेताओं के साथ तीखी बहस हो गई थी। मीटिंग खत्म होने के बाद पार्टी के ही दूसरे गुट से जुड़े नासिर और सलीम ने उन पर फायरिंग करना शुरू कर दिया। मेरे पिता के सीने पर गोली लगी और मौके पर ही मौत हो गई।’
घटना के तुरंत बाद हालात संभालने के लिए बड़े पैमाने पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया। बंगाल और बिहार की सीमा नजदीक होने के चलते चेकपोस्ट पर सख्ती बढ़ा दी गई। इस्लामपुर जिला पुलिस के एसपी बिशप सरकार ने कहा कि हमने इस मामले में अब तक एक आरोपी को अरेस्ट कर लिया है और जांच कर रहे हैं। वहीं इस घटना ने भाजपा को भी हमले का मौका दे दिया है। रायगंज से भाजपा सांसद देबाश्री चौधरी ने कहा कि पंचायत चुनाव से पहले टीएमसी की ओर से बड़े पैमाने पर हथियार जमा किए जा रहे हैं।