धान तस्करों की दबंगई : बेरियर तोड़कर नगर सैनिक व कोटवार को कुचलने की कोशिश
(उज्ज्वल तिवारी) : पेंड्रा जिले में धान तस्करों के हौसले बुलंद हैं। प्रशासन द्वारा अवैध धान परिवहन रोकने के लिए लगाए गए बेरियर को तोड़ते हुए तस्करों ने नगर सैनिक और कोटवार को वाहन से कुचलने की कोशिश की। घटना में कोटवार के सिर में चोट आई, जबकि नगर सैनिक और ग्रामीण बाल-बाल बच गए। तस्करों ने वाहन में लदे धान को जीपीएम के बिचौलियों तक पहुंचाया।
प्रशासन ने तस्करी रोकने के लिए कार्रवाई की बात कही है। जानकारी के अनुसार, ये तस्कर मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के लपटा गांव के रहने वाले हैं। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ₹3100 प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने के बाद मध्यप्रदेश से धान की तस्करी प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई है।
धान से लदे वाहन को रोकने के लिए नाके पर तैनात नगर सैनिक और कोटवार ने प्रयास किया, लेकिन तस्करों ने बेरियर को टक्कर मारकर नाका तोड़ दिया। तस्कर वाहन लेकर बिचौलियों के गोदाम पहुंचे। मौके पर पहुंची प्रशासनिक टीम ने गोदाम को सील कर दिया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि तस्करों ने जानबूझकर वाहन तेज रफ्तार में चलाकर कर्मचारियों को कुचलने की कोशिश की। तस्करों की पहचान अंकुश गुप्ता और लक्ष्मी गुप्ता के रूप में हुई है। तस्करी में इस्तेमाल वाहनों के फोटो और वीडियो भी सामने आए हैं।
मरवाही एसडीएम प्रफुल्ल रजक ने बताया कि घटना की सूचना के आधार पर पुलिस विभाग को पत्र लिखा गया है। एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जीपीएम कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने कहा कि अवैध धान परिवहन रोकने के लिए राजस्व, पुलिस और खाद्य विभाग की टीम लगातार काम कर रही है। मामले में पुलिस अधीक्षक और एसडीएम को तस्करों पर तत्काल एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।