नियमों में घिरी बायजू, 9000 करोड़ रुपये की गड़बड़ी के आरोप…..
आर्थिक संकट से जूझ रहे एडुटेक यूनिकॉर्न बायजू (BYJU’S) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जांच एजेंसी ईडी को बायजू द्वारा लगभग 9000 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) उल्लंघन का पता चला है। इस संबंध में ईडी ने बायजू को नोटिस भी भेजा है। हालांकि, बायजू ने मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है। एक सवाल के जवाब में बायजू की ओर से कहा गया- कंपनी को ईडी से नोटिस नहीं मिला है।
अप्रैल में ईडी ने की थी छापेमारी
अप्रैल महीने में ईडी ने बायजू के अलग-अलग दफ्तर और कैंपस में छापेमारी की थी। इसके बाद कंपनी के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन ने कर्मचारियों को पत्र लिखकर सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि कंपनी किसी भी दूसरे स्टार्टअप की तुलना में भारत में ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) लेकर आई है।
साथ ही उन्होंने जोड़ा कि फर्म बायजू विदेशी मुद्रा विनिमय कानून का पूरी तरह से पालन करती है। कर्मचारियों को इंटरनल मेल में रवींद्रन ने कहा कि कंपनी ने अपने अंतरराष्ट्रीय अधिग्रहण के लिए कुछ पैसे विदेश में भेजे थे। उन्होंने तब कहा कि बायजू ने अपनी वृद्धि रणनीति के तहत कई साल में 9,000 करोड़ रुपये का निवेश करते हुए कुछ विदेशी अधिग्रहण किए हैं।
रवींद्रन ने आगे कहा-बायजू किसी भी दूसरे भारतीय स्टार्टअप की तुलना में भारत में अधिक एफडीआई लाई है और इसके चलते हमने 55,000 से अधिक प्रतिभाशाली पेशेवरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए हैं। यह स्टार्टअप के बीच भारत की सबसे बड़ी नियोक्ता है।
बता दें कि भारत के इस सबसे मूल्यवान स्टार्टअप का मूल्यांकन कभी 22 अरब डॉलर था और इसने जनरल अटलांटिक, ब्लैकरॉक और सिकोया कैपिटल जैसे वैश्विक निवेशकों को आकर्षित किया है।