खुद को मरा बता नए नाम से सेना में हो गया भर्ती, ’आधार कार्ड’ ने खोल दी फर्जीवाड़े की पोल
(शशि कोन्हेर) : राजस्थान के अजमेर जिले के बांदरसिंदरी थाना इलाके की ग्राम काकनियावास स्थित देसवाली ढाणी के रहने वाले मोइनुद्दीन पुत्र मोहम्मद नूर के आधार कार्ड ने फर्जीवाडे से सेना में भर्ती होने के तैयार किए गए आधार की पोल खोल कर रख दी।
शिकायत करने वाला गफूर खां वह व्यक्ति हैं जिसने मोइनुद्दीन को अपने दामाद के रूप में पसंद किया था। मोइनुददीन के पिता मोहम्मद नूर के दोनों पुत्रों मोइनुददीन और आसिफ के साथ उसने अपनी बेटियों का निकाह कर उनके सपनों का घर संसार सजाने की मन्नत कर रखी थी।
समय आया तो छोटे बेटे आसिफ ने तो गफूर खॉ की छोटी बेटी से निकाह भी कर लिया क्यों कि उसकी सेना में नौकरी लग गई थी। किन्तु बड़े बेटे मोइनुददीन ने बेरोजगारी के चलते शादी करने से इंकार कर दिया।
मोहम्मद नूर और गफूर खां के बीच रिश्तों में खटास समय के साथ इस तरह बड़ी की छोटे बेटे आसिफ ने भी कुछ माह बाद पत्नी को त्याग दिया। दो बेटियों का पिता इस आधात को सह नहीं सका। और उसने अवसर आने पर उसका सुख चैन छीनने वालों के पूरे ही घर-परिवार की नींव उखाड़ कर रख दी।
बांदरसिंदरी थाना प्रभारी प्रभाती लाल बताते हैं कि रक्षा मंत्रालय की शिकायत अजमेर पुलिस अधीक्षक चुनाराम जट के पास पहुंची थी। जिन्होंने उन्हें जांच कर रिपोर्ट करने को कहा था। जांच में पता चला कि मोहम्मद नूर के परिवार में दो बेटे मोइनुददीन और आसिफ है तथा तीसरी लड़की सलमा बानो ही है।
जबकि रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार मोहम्मद नूर से तीन बेटे जिनमें सबसे बड़े बेटे मोइनुददीन की मौत हो चुकी है दूसरा बेटा आसिफ तथा तीसरा बेटा मोहिन सिसोदिया है। मोहिन सिसोदिया ने ही सेना में आसिफ की सिफारिश पर नौकरी पाई थी। वर्तमान में वह राजपूताना राइफल्स में कार्यरत है और वर्तमान में जयपुर बटालियन नंबर 24 में तैनात है।