छत्तीसगढ़

सीबीएसई ने दी चेतावनी , अगर अब यह किया तो स्कूल की मान्यता होगी खत्म..

सीबीएसई ने सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों को फिर से नोटिस जारी किया है। केंद्रीय बोर्ड ने स्कूलों को चेताया है कि विद्यार्थियों की फर्जी उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए सरप्राइज इंस्पेक्शन किया जाएगा और डमी स्कूल पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

बोर्ड ने पिछले महीने रायपुर के ऐसे ही दो स्कूल, न्यू राजेन्द्र नगर के द्रोणाचार्य पब्लिक स्कूल और वाइकॉन स्कूल विधानसभा रोड समेत देश भर में 20 स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी थी।

दरअसल कुछ स्कूल 10-12 वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को डमी एडमिशन देकर बिना स्कूल आए सालभर सी उपस्थिति का प्रमाण पत्र दे देते हैं। इसके बदले वे सालभर की फीस और डोनेशन मिलाकर लाखों रूपए लेते हैं ।

इन स्कूलों की प्रदेश और देश के सभी नामी कोचिंग सेंटर्स के साथ सांठगांठ रहती है। इस प्रमाण पत्र के आधार पर बच्चे नीट,जेईई, व्यापमं की परीक्षा दे सकते हैं।

सीबीएसई भुवनेश्वर जोन के डायरेक्टर ने अपने अधिकार क्षेत्र वाले छतीसगढ़ में संबद्ध स्कूलों के संचालक, प्राचार्यों को पत्र भेजकर कहा है कि ऐसी शिकायतें थीं कि सीबीएसई से संबद्ध कुछ स्कूल कक्षा 9 से 12वीं के लिए गैर-संबद्ध स्कूलों के उम्मीदवारों को प्रायोजित कर रहे थे।

कि स्कूल बिना मंजूरी के एक से अधिक स्थानों पर चल रहे हैं। बोर्ड कि स्कूल उन छात्रों का पंजीकरण करें जो स्कूल में नियमित कक्षाओं में भाग नहीं लेते हैं और अन्य संस्थानों में कोचिंग लेते हैं। ये सीबीएसई संबद्धता उपनियमों का उल्लंघन हैं।

इस संबंध में, यह निर्देश दिया गया है कि संबद्धता नियमों और समय-समय पर बोर्ड द्वारा जारी निर्देशों का पालन करना संबद्ध स्कूलों के लिए अनिवार्य है। प्रत्येक संबद्ध स्कूल के लिए बोर्ड के परीक्षा उपनियमों का यथोचित परिवर्तनों के साथ पालन करना अनिवार्य है।

गौरतलब है कि सीबीएसई समय-समय पर स्कूलों की जांच करने और सीबीएसई के नियमों का पालन सुनिश्चित करने औचक निरीक्षण करता रहता है।

जो स्कूल संबद्धता और परीक्षा उपनियमों में निहित प्रावधानों और मानदंडों का उल्लंघन करते पाए गए, उन्हें उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद मान्यता रद्द कर दी गई। हाल ही में सीबीएसई ने देश भर में 20 स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी थी और 03 स्कूलों को डाउनग्रेड कर दिया था, जो सीबीएसई के नियमों का उल्लंघन करते पाए गए थे।

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