छत्तीसगढ़

विकसित भारत का संकल्प पूरा करने में होगी छत्तीसगढ़ की अहम भागीदारी – विष्णु देव साय..

रायपुर : आज नया रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रिमंडल का दो दिवसीय चिंतन शिविर प्रारंभ हुआ। चिंतन शिविर के पहले दिन देश के जाने-माने प्रबंधन विशेषज्ञों ने मंत्रिमंडल के सदस्यों से परिचर्चा की। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी इस चिंतन शिविर में शामिल हुए।

कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री साय ने कहा कि – विकसित भारत के संकल्प में प्रदेश की सहभागिता और विकसित छत्तीसगढ़ के लिए हमारा चिंतन जारी है। चिंतन शिविर में नीति आयोग के सीईओ श्री बीवीआर सुब्रमण्यम जी और देश के जाने-माने प्रबंधन विशेषज्ञों के साथ विकसित छत्तीसगढ़ के लिए आगामी दस वर्षों के विजन, स्वास्थ्य एवं अधोसरंचना के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य, प्राकृतिक संसाधनों के कुशल उपयोग, खनन क्षेत्रों में सुधार, प्रगतिशील अर्थव्यवस्था के लिए कुशल लोक वित्त प्रबंधन, टीम प्रबंधन के लिए अनुभवी व्यक्ति का चयन व उसके अनुभवात्मक गतिविधि जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत और सार्थक परिचर्चा हुई।

छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने और द्रुत गति से विकास के लिए हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है, ये कार्य विकसित भारत के लक्ष्य प्राप्ति तक जारी रहेगा।

विष्णु देव साय ने आयोजन के लिए आईआईएम रायपुर को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी की भी इच्छा थी कि इस तरह का चिंतन शिविर मंत्रिमंडल के सदस्यों का हो और इसका आयोजन यहां पर हुआ है। इसमें दो दिन में कुल दस से बारह सत्र होंगे और सभी सत्र में अलग-अलग विषयों पर व्याख्यान देने के लिए देश के विद्वानजन यहां पर आ रहे हैं।

आईआईएम अहमदाबाद और धनबाद सहित कई जगह से विद्वानजन यहाँ आये हैं एवं विभिन्न विषयों पर उनका व्याख्यान हो रहा है। हमारे प्रधानमंत्री जी का 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प है, निश्चित रूप से उसमें छत्तीसगढ़ का भी सहयोग रहने वाला है। हम लोग विकसित छत्तीसगढ़ बनाएंगे। छत्तीसगढ़ में सुशासन स्थापित करने के लिए और विकास की दृष्टि से छत्तीसगढ़ को बहुत आगे बढ़ाने के लिए यह दो दिवसीय चिंतन शिविर एक मील का पत्थर साबित होगा, ऐसा मेरा पूरा विश्वास है।

चिंतन शिविर में उपमुख्यमंत्री द्वय अरुण साव एवं विजय शर्मा, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा मौजूद रहे।

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