अपराध की ओर बढ़ रहा बचपन, चिंता का विषय : आईजी
(आशीष मौर्य के साथ सुशांत सिंह) : बिलासपुर – बच्चे देश के भविष्य हैं, लेकिन जब बच्चे ही अपराध करने में लग जाएं तो देश और उन बच्चों का भविष्य बर्बाद होना तय है। जिले की बात करें तो यहां नाबालिग के कदम लगातार अपराध की ओर बढ़ रहे है। अपराध भी ऐसे जिसको अंजाम देने में बड़ों के पसीने छूट जाएं। बच्चों में उसके प्रति बढ़ती रुचि निश्चित रूप से चिंता का विषय है।
जिले में नाबालिग बच्चों द्वारा बीते और जारी वर्ष मे सैकड़ो घटना को अंजाम दिया गया है।उनके खिलाफ विभिन्न थानों में सैकड़ो मामले दर्ज है। इनमें हत्या, चोरी, लूट, बलात्कार, बलात्कार का प्रयास, अपहरण जैसे जघन्य अपराध शामिल हैं। नाबालिगों द्वारा अंजाम दी गई कई ऐसी घटनाएं है जिससे रुह कांप उठे।पिछले वर्ष जिले में आधा दर्जन हत्याओं को नाबालिगों ने अंजाम दिया था।कोनी मे पार्टी मनाकर आ रहे युवकों के बीच जलसो मोड़ के पास विवाद हों गया जिसमे 2 नाबालिग ने दोस्तों के साथ मिलकर आकाश वर्मा की हत्या कर दी थी, इसी प्रकार मस्तूरी मे भी 2 नाबालिगो ने मामूली सी बात पर चैत राम पोर्ते की हत्या कर दी , वही कोनी रेत घाट मे भी मुंसी शैलेन्द्र सिंह से पैसा लूटने के दौरान नाबालिग ने हत्या कर दी थी, इसी तरह लूट,चोरी सहित कई मामलों मे उनकी गिरफ़्तारी हुई,साल दर साल उनमें अपराध करने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। आईजी रतन लाल डांगी ने इस पर चिंता जाहिर करते हुए कहा की अभिभावकों क़ो अपने बच्चो पर विशेष ध्यान देकर उनके अच्छे बुरे का ख्याल रखना होगा।
मोबाइल व इंटरनेट पर सहजता से उपलब्ध होने वाली अश्लील सामग्री और अपराध करने के तरीके बच्चों को मानसिक रूप से विकृत बना रही है. बच्चों में बढ़ती अपराध की प्रवृत्ति एक चिंतनीय विषय है।