किसी राज्य के सीएम या गवर्नर को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का न्योता नहीं, जानिए क्यों?
(शशि कोंन्हेर) : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। सूत्रों की मानें तो 22 जनवरी को होने वाले इस भव्य कार्यक्रम में यूपी को छोड़ किसी अन्य राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित नहीं किया जाएगा। दरअसल राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने देश-दुनिया से लाखों लोग अयोध्या पहुंचेंगे।
ऐसे में सभी सीएम और राज्यपाल से जुड़े प्रोटोकॉल का पालन करना असंभव है। इसलिए ट्रस्ट ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी राज्यों के सीएम और राज्यपाल को न्योता नहीं भेजने का फैसला लिया है। हालांकि यूपी मेजबान प्रदेश है तो इस कारण सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे।
22 जनवरी 2024 को अयोध्या की रौनक किसी त्योहार से कम नहीं होगा। यहां देश-दुनिया से लोग राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे। हालांकि जहां देश के प्रतिष्ठित खिलाड़ी, एक्टर और उद्योगपति इस कार्यक्रम में शामिल होंगे तो वहीं किसी भी राज्य के राज्यपाल और सीएम को अयोध्या आने का न्योता नहीं दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में लाखों लोग अयोध्या आएंगे। ऐसे में सभी राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के लिए प्रोटोकॉल का पालन करना एक साथ संभव नहीं है। इसे देखते हुए ही किसी भी राज्यपाल और मुख्यमंत्री को न्योता नहीं भेजा गया है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अतिथियों की लिस्ट को अंतिम रूप दिया जा चुका है। इस लिस्ट में देश के प्रमुख क्रिकेटर, फिल्मी सितारे और उद्योगपतियों समेत 7 हजार लोगों को न्योता दिया गया है। अतिथियों की सूची में भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलकर, क्रिकेटर विराट कोहली, अभिनेता अमिताभ बच्चन, योग गुरु बाबा रामदेव, टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा, रिलायंस समूह के अध्यक्ष मुकेश अंबानी और गौतम अडानी सहित प्रमुख उद्योगपतियों का नाम शामिल हैं।