सरस्वती शिशु मंदिर बागबाहरा में, समर कैम्प का रंगारंग शुभारंभ….
महासमुंद/बागबाहरा – दिनांक 11 मई को सरस्वती शिशु मंदिर, बागबाहरा में समर कैम्प का उदघाटन समारोह का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ जिसमे मुख्य अतिथि मनसुख लाल परमार ( अध्यक्ष :सशिमं. संचालन समिति) कार्यक्रम अध्यक्ष राहुल अग्रवाल ( सचिव : सशिमं. संचालन) एवं विशेष अतिथि जोगेंद्र सिंह ( सह सचिव : सशिमं. संचालन समिति) उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उदघाटन अतिथियों ने भारत माता, ओम एवं मां सरस्वती के चित्रों पर माल्यार्पण कर किया।
उपस्थित सभी अतिथियों एवं शिक्षकों का परिचय नीलू साहू (आचार्य सशिमं) ने करवाया।
जब हम बच्चे के सर्वांगीण विकास की बात करते हैं तो उसका अर्थ होता है- over all Growth and Development of the child. (ओवर आल ग्रोथ एंड डेवलपमेंट ऑफ द चाइल्ड)| जैसे physical development, emotional development, intellectual development and social development. जब हम फिजिकल डेवलपमेंट की बात करते हैं तो बच्चे की height, weight तथा बॉडी पार्ट्स के growth होने की बात करते हैं| इसका अर्थ है बच्चे की शारीरिक वृद्धि। ग्रुप एंड डेवलपमेंट को सर्वांगीण विकास की श्रेणी में रखते हैं। जब हम सर्वांगीण विकास की बात करते हैं तो माता-पिता तथा टीचर को बच्चे की हर तरह की Development की तरफ ध्यान देने की जरूरत होती है|
पढ़ाई के साथ साथ वह फिजिकल एक्टिविटी जैसे games, sports, debates, declamations, डांस, (जैसे ग्रुप डांस, सोलो डांस, भांगड़ा, गिद्दा आदि) singing, N.S.S, N.C.C आदि में भाग ले सके| इससे बच्चे का सर्वांगीण विकास होता है| जब वह पढ़ाई के अतिरिक्त इन एक्टिविटीज में पार्टिसिपेट करता है तो बच्चे की फिजिकल डेवलपमेंट होने से उसका मानसिक विकास भी हो जाता है| कहा भी गया है- “A sound mind in a sound body”
जबवह टीम में दूसरे बच्चों के साथ मिलकर काम करना सीखता है तो उसका सोशल डेवलपमेंट होता है। इस तरह बच्चे एक दूसरे के सुख दुख के साथी बन जाते हैं इससे उनका इमोशनल डेवलपमेंट होता है| इन सभी तरह की डवलपमेंट के कारण बच्चा अपनी एजुकेशनल तथा पर्सनल प्रॉब्लम को आसानी से सॉल्व करना सीख जाता है| इस तरह बालक में self-confidence भी develop होता है|
बालक का सर्वंगीण
इस बात को ध्यान में रखते हुए हम
समर कैम्प 11 मई से 25 मई तक स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,बागबाहरा में जीवन जीने के तरीके के रूप में बढ़ावा देते हुए शहर के बच्चों के लिए समर कैंप 2023 का आयोजन किया जा है।
समर कैम्प में डॉंस कोरियोग्राफर अनिल चंदेल रायपुर एवं रूपेश नायक, चित्रकला में अविनाश राव, श्रीमती खुशबू चिराग गंडेचा तथा अभिषेक मानिकपुरी, आधुनिक जीवन जीने की कला में जुम्बा विथ योगा की प्रशिक्षक श्रीमती प्रियमवदा पुरोहित, आर्ट एंड क्राफ्ट की प्रशिक्षक श्रीमती ऋतु चंद्राकर एवं श्रीमती अन्नू ओझाा रायपुर तथा अतिरिक्त कक्षा के अंतर्गत राजेश कौशिक, जागेश्वर साहू एवं श्रीमती खुशबू चिराग गंडेचा प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षित करेंगे।
समर कैम्प विधिवत शुभारंभ 11 मई को प्रातः 8.30 बजे से हुआ जिसमें प्रतिदिन सभी प्रशिक्षार्थियों को उक्त प्रशिक्षण 3 घंटे का प्रदान किया जाय। छा़त्रों के सर्वागीण विकास की दृष्टि से यह समर कैम्प मील का पत्थर साबित होगा। उक्त जानकारी संस्था के प्राचार्य राजेन्द्र कुमार पाण्डेय ने दी।