प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को लेकर कांग्रेस नेता दे रहे अलग-अलग बयान कोई इसे गंभीर चूक बता रहा तो कोई प्रधानमंत्री का राजनीतिक षड्यंत्र….
(शशि कोन्हेर) : नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर जहां पूरे देश में एक स्वर से विरोध के स्वर उठ रहे हैं। वहीं कांग्रेस के अलग-अलग नेताओं के द्वारा इस मामले में अलग-अलग बयानबाजी की जा रही है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री से फोन पर बात करते हुए कहा कि इस मामले में दोषी व्यक्ति को तत्काल सजा मिलनी चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश के प्रधानमंत्री होते हैं और उनकी सुरक्षा में चूक बहुत गंभीर मामला है। इसी तरह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ ही हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। वहीं दूसरी ओर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने इस मामले में सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) करता है, और अंतिम फैसला भी उसका ही होता है। इसमें राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का भी हस्तक्षेप नहीं होता है। उन्हें एसपीजी का निर्णय मानना होता है। अब भाजपा को हर बात के लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार दिखाई देती है तो यह ठीक नहीं है।
फिर तो कोई भी सुरक्षित नहीं : भूपेंद्र सिंह हुड्डा
अपने रिश्तेदार के निधन पर शोक जताने झुंझुनूं पहुंचे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अगर देश के पीएम की सुरक्षा में कमी है तो फिर कोई भी सुरक्षित नहीं है। पीएम की सुरक्षा में कमी नहीं रहनी चाहिए थी । उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों को अब तक केंद्र सरकार ने पूरी तरह से नहीं माना है। इसलिए उनमें नाराजगी तो है, लेकिन पीएम की सुरक्षा जरूरी है।
पीएम द्वारा दिया गया संदेश दुर्भाग्यपूर्ण: गहलोत
इस मामले में गहलोत ने कहा कि आजादी के बाद पंजाब में पहली बार दलित मुख्यमंत्री बना है, जिसका पूरा देश स्वागत कर रहा है, लेकिन उन्हें लेकर प्रधानमंत्री जिस तरह का संदेश दे रहे हैं, वह गलत है। पीएम द्वारा पंजाब के अधिकारियों को यह कहना कि अपने सीएम को धन्यवाद कहना कि मैं जिंदा लौट पाया, पीएम द्वारा इस तरह का संदेश देना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी और आइबी की होती है। ऐसे में इन दोनों ही एजेंसियों के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। पत्रकारों से चर्चा के दौरान गहलोत ने यह भी कहा कि भाजपा और आरएसएस के खून में ही हिंसा और कांग्रेस के खून में अहिंसा है।
राजनीति चमकाने गए थे पीएम : बघेल
बघेल ने कहा कि सुरक्षा सिर्फ एक बहाना है, प्रधानमंत्री पंजाब में राजनीति चमकाने गए थे।