भाजपा के आंदोलन पर कांग्रेसी नेताओं का पलटवार… कांग्रेस भवन में लाठीचार्ज कराने वाले नेताओं को आज लोकतंत्र की याद आ रही है….धरना प्रदर्शन की जानकारी देने में क्यों घबरा रही भाजपा..?
(शशि कोन्हेर) : भाजपा के आज 16 मई को आयोजित जेल भरो आंदोलन को नौटंकी करार देते हुए और जेल भरो आंदोलन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, जिला पंचायत अरूण सिंह चौहान, महापौर रामशरण यादव, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रमोद नायक, प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय, बिल्हा छाया विधायक राजेन्द्र शुक्ला ने संयुक्त रूप से कहा कि 15 साल तक रमन सिंह सरकार ने जिस नियम के तहत धरना आंदोलन की अनुमति दी जाती थी, वही नियम वर्तमान की भूपेश सरकार में भी लागू है, आखिर धरना प्रदर्शन या आंदोलन की जानकारी एक निश्चित प्रोफार्मा में शासन को देने में क्या आपत्ति है, धरमलाल कौशिक, अमर अग्रवाल, कृष्णमूर्ति बांधी, रजनीश सिंह यह बताये कि 15 साल की भाजपा सरकार में यह नियम नहीं था, कांग्रेस नेताओं ने कहा कि देश के भाजपा शासित राज्यों में धरना प्रदर्शन के लिए कौन सा नियम लागू है, उत्तरप्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, बिहार सहित अन्य राज्यों में धरना प्रदर्शन को लेकर कड़े कानून बनाये गये हैं, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने तो अपने विरोधियों को कुचलने के लिए बुल्डोजर लेकर घूम रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने आज के इस आंदोलन को हाईकमान को सक्रियता दिखाने का आदोंलन कहा, हाईकमान ने तय कर दिया है कि निष्क्रिय और भ्रष्ट आचरण के नेताओं को जिन्हें जनता ने नकार दिया है, नेतृत्व नहीं दिया जाये, तो सारे भाजपा के नेता नेतृत्व बचाने के लिए कार्यकर्ताओं को बहला-फुसलाकर धरना प्रदर्शन करवा रहे हैं। 15 साल की भाजपा सरकार में जिन कार्यकर्ताओं को इन्होंने धोखा दिया, आज भी उन्हें धोखा देकर धरना प्रदर्शन में शामिल कर रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 3 साल की भूपेश बघेल सरकार ने भूपेश बघेल की योजनाओें ने भाजपा को प्रदेश में मुद्दाविहिन और नेतृत्व विहिन कर दिया है। कवर्धा के दंगे में भाजपा का चरित्र उजागर होने के बाद यह तय हो गया है कि आगे भी धर्म को धर्म से और जाति से जाति को लड़ाने का काम भाजपा करेंगे, इसलिए धरना प्रदर्शन और आंदोलन की जानकारी लिखित में देने में भाजपा को देने में समस्या है। भाजपा के नेतृत्व का नाटक उजागर हो गया। कांग्रेस भवन में लाठी चार्ज कराने वाले भाजपा नेताओं को आज लोकतंत्र की याद आ रही है।