कांग्रेस भवन में कांग्रेस जनों ने मनाई लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि
(शशि कोन्हेर) : ज़िला कांग्रेस कमेटी ( शहर/ग्रामीण ) द्वारा 01 अगस्त को कांग्रेस भवन में लोक मान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि मनाई गई ,और उनकी छायाचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि प्रखर राष्ट्रवादी ,पत्रकार,लेखक, गणितज्ञ,जिन्होंने अंग्रेजो से अनुनय विनय से स्वराज नही चाहते थे ,उनका मानना था कि “स्वराज हमारा जन्म सिद्धि अधिकार है ,और उसे हम लेकर रहेंगे “तिलक जी ने अपनी लेखनी के माध्यम से राष्ट्रीय चेतना जागृत की,जिसके कारण उन्हें काला पानी की सजा हुई और उन्हें मांडले जेल बर्मा में बंदी बनाया गया , जहाँ उन्होंने श्रीमद्भगवतगीता पर भाष्य लिखा ” गीता रहस्य ” ।
ज़फ़र अली हरीश तिवारी एसएल रात्रे ने कहा कि तिलक जी 1907 की कांग्रेस की सूरत अधिवेशन में दो विचारधारा उभर कर सामने आई ,एक नरमदल और दूसरा गरमदल जिसका नेतृत्व लाल,बाल, पाल ने किया ,बाल गंगाधर तिलक थे,तिलक जी ने स्वतन्त्रता सेनानियों की योजना बनाने के लिए, उसे कार्यरूप देने के लिए ,महाराष्ट्र में ” गणेश उत्सव” और शिवाजी उत्सव मानना प्रारम्भ किया,जो आज तक पूरे भारत मे मनाया जाता है ,कई बार उन्हें जेल जाना पड़ा , अपनी श्रद्धांजलि मेंगांधी जी ने उन्हें आधुनिक भारत के निर्माता कहा तो नेहरू जी उन्हें क्रांति का जनक कहा।
तिलक जी एक सामाजिक व्यक्ति थे ,और स्वतन्त्रता संग्राम के प्रथम पंक्ति के नेता थे ,किन्तु कम समय मे ही उनका निधन हो गया ,जिससे स्वतन्त्रता की लड़ाई को बड़ा धक्का लगा ,जबकि गांधी जी का पदार्पण हो चुका था और एक नए हाथों में आज़ादी की बागडोर थी । ब्लाक अध्यक्ष विनोद साहू,अरविंद शुक्ला ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, ज़फ़र अली, हरीश तिवारी,विनोद शर्मा,माधव ओतलवार, तिभुवन कश्यप,एसएल रात्रे,बद्री जायसवाल, विनोद साहू, अरविंद शुक्ला,सुभाष ठाकुर,राजेश शर्मा,जिग्नेश जैन,प्रेमदास मानिकपुरी,लक्ष्मी जांगड़े,पुनाराम काश्यप,कमलेश लवहतरे,मनोज शुक्ला,मनोज शर्मा,बालचन्द साहू,चन्द्रहास केशरवानी,सुदेश नन्दिनी,जगदीश सोनी,खुशाल वाधवानी आदि उपस्थित थे।