(दिलीप जगवानी) : बिलासपुर – एक्सप्रेस, पैसेंजर गाड़ियों का परिचालन रद्द करने और छोटे छोटे स्टापेजो को समाप्त करने के विरोध मे काँग्रेस नेताओं ने उग्र प्रदर्शन किया. इसके लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराते हुए प्रदर्शनकारियों ने सांसद अरुण साव का सरकारी आवास घेरने कोशिश की.
काँग्रेस का आरोप हैं चहेते उद्योगपतियों को केंद्र सरकार के द्वारा मुंहमांगा कोयला उपलब्ध कराया जा रहा हैं इसके लिए यात्री सहूलियतों को ताक पर रख ट्रेनों का परिचालन लगातार रद्द किया है. शहर विधायक शैलेष पांडे ने कहा रेल्वे का निजीकरण करने मोदी सरकार की य़ह सोची समझी चाल हैं।
नेहरू चौक पर आयोजित एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के दौरान छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा आम जनता को इससे होने वाली परेशानी से जिसे कोई सरोकार नहीं हैं उस सरकार को देश का नेतृत्व करने का भी कोई अधिकार नहीं हैं. चंद पूंजीपतियों के लिए लाखों लोगों को ट्रेन के सफर से वंचित किया जा रहा हैं और उनके सांसद चुप है.
कॉंग्रेस का आरोप हैं कोल परिवहन के लिए केंद्र सरकार ने सारी हदें पार कर दी है. लगातार कोल अपूर्ति के बाद भी कमी बताया जा रहा हैं कह्ते हुए शहर अध्यक्ष विजय पांडे ने सवाल किया अखिर छत्तीसगढ़ का कोयला कहाँ जा रहा हैं केंद्र सरकार स्पष्ट करे.
धरने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और बिलासपुर सांसद अरुण साव का सरकारी आवास घेराव सभी आगे बढ़े. चाक चौबंद व्यवस्था के साथ मौजूद पुलिस अधिकारी और जवानों ने कॉंग्रेसियो को रोकने पूरी ताकत लगा दी. दोनों के बीच झूमा झटकी हुई. सांसद के नेहरू चौक के पास सरकारी बंगले के आसपास की गई बेरी केटिंग मे सभी को रोक लिया. आंदोलन के अंतिम चरण मे रेलमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया।