रायपुर

सीसीएन केबल टीवी नेटवर्क को हड़पने रची साजिश, करोड़ों का किया गबन, गुरुचरण सिंह होरा, बेटा तरणजीत और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज….

रायपुर – हैथ्वै सी.सी.एन.मल्टीनेट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी मे राजनीतिक रसूख और प्रशासनिक दबाव के दम पर अनधिकृत रूप से कब्जा करने, फर्जी दस्तावेज बनाकर कंपनी को आर्थिक नुकसान पहुंचाने, गबन करने, आपराधिक साजिश रचने के मामले में रायपुर देवेंद्र नगर थाना पुलिस ने कारोबारी अभिषेक अग्रवाल की शिकायत पर भूमाफिया गुरु चरण सिंह होरा, बेटा तरण जीत सिंह होरा, गुरमीत सिंह भाटिया और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक षड़यंत्र के गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

आरोपी गुरुचरण सिंह होरा नें वर्ष 2019-2020 मे हैथ्वै सी. सी. एन. मल्टीनेट प्राइवेट लिमिटेड मे भागीदार गुरमीत सिंह भाटिया के कंधे का सहारा लेकर,हैथवे सी. सी. एन. मल्टीनेट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी मे अवैध रूप से प्रवेश करना चाहा.कारोबारी ने आरोप लगाया है कि आरोपी गुरुचरण सिंह होरा नें तत्कालीन IAS अनिल टुटेजा का डर दिखाकर ऑफिस में बंधक बनाया, जबरन कोरे कागज पर साइन कराने का प्रयास किया। फिर षड्यंत्र कर कंपनी पर कब्जा कर लिया।

गुरुचरण सिंह होरा की काली करतूत :- केबल व्यवसाय में एक छत्र राज करने की नीयत से गुरचरण सिंह होरा नें उच्च अधिकारियों का डर और भय पैदा करके धीरे-धीरे षड्यंत्र रचना शुरू कर दिया. पूर्व सरकार में प्रभावशाली एक रिटायर्ड आईएएस का सहयोग लेकर गुरुचरण सिंह होरा नें केबल व्यवसाय से जुड़े करीब 20 लोगों के ऊपर प्रदेश के विभिन्न जिलों के थानो में फर्जी FIR दर्ज कराया.प्रार्थी नें बताया की वर्ष 2019-20 मे हैथ्वै सी. सी. एन. मल्टीनेट प्राइवेट लिमिटेड का अल्प भागीदार गुरमीत सिंह भाटिया का रिश्तेदार गुरुचरण सिंह होरा कंपनी के कार्यों में आपराधिक नियत एवं दुर्भावना से हस्तक्षेप करने लगा और कभी कभी कंपनी के ऑफिस में आकर वह बोलता था कि इस कंपनी का मालिक मैं हूं और इस कंपनी में गुरमीत सिंह भाटिया द्वारा लगाया गया पैसा मेरा है और गुरमीत सिंह भाटिया तो केवल नाम का पार्टनर है.इस तरह गुरु चरण सिंह होरा नें हैथ्वै सी. सी. एन. मल्टीनेट प्राइवेट लिमिटेड मे अवैध रूप से कब्ज़ा कर लिया.

कंपनी के डायरेक्टर की अनुपस्थिति को दिखाया उपस्थित और कर दिया खेल :- आरोपी गुरुचरण सिंह होरा नें बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की गुप चुप तरीके से अवैध रुप से बैठक बुलवाई, और उस बैठक मे आवेदक अभिषेक अग्रवाल की उपस्थिति दर्ज कर दी, जबकि डायरेक्टर अभिषेक अग्रवाल उस बैठक मे नहीं गये थे. गुरुचरण सिंह होरा और उसकी टीम नें आपराधिक षड़यंत्र रचते हुए हैथ्वे सी. सी. एन. मल्टीनेट प्रायवेट लिमिटेड को अभिषेक अग्रवाल की बिना सहमति और बिना हस्ताक्षर के कुटरचना कर धोखाधड़ी से कंपनी का नाम ग्राण्ड अर्श मल्टीनेट प्रायवेट लिमिटेड कर लिया और कंपनी की सारे उपकरण, कार्यालय, कार्यालय के फर्नीचर और कार्यालयीन दस्तावेजों पर अवैध रूप से कब्जा जमा लिया और कंपनी के करीब 48,500 नग सेटऑप बॉक्स जिसका बाजार मूल्य लगभग चार करोड़ पचीस लाख रुपये है, को छल एवं धोखे से अपने अवैध कब्जे मे लेकर अपनी नई कंपनी में लगाकर इस्तेमाल कर रहा है। साथ ही गुरुचरण सिंह होरा ने कंपनी के हक, हिस्से का लगभग 150 किलो मीटर फाईबर केबल एवं अन्य तकनीकी उपकरण रातो-रात गायब कर दिया और नई कंपनी अर्श मल्टीनेट कंपनी प्रायवेट लिमिटेड में डायरेक्टर बन गया।इसी प्रकार कंपनी के सेटऑप बॉक्स को अपनी कंपनी में अवैध रुप से धोखाधड़ी एवं छल से हासिल कर उपयोग करने का प्रमाण स्वयं ग्राण्ड विजन रायपुर द्वारा भेजे ई-मेल में मौजूद है, जिसमें हैथ्वे सी. सी.एन. प्रायवेट लिमिटेड रायपुर के 48,659 सेटटाप बॉक्स को टेक ओवर करने की स्वीकृति प्रमाणित आवश्यक दस्तावेज है.

आरोपी गुरुचरण सिंह होरा

बंधक बनाकर जबरन सिग्नेचर करवाने की कोशिश:-

16 मई 2020 को जब अभिषेक अन्य दो सहयोगियों के साथ ऑफिस पहुंचा। तो वहां पर गुरुचरण सिंह होरा, उसका बेटा तरणजीत सिंह होरा, अनमोल गारूढ़ी, हितेश व्यास और हथियारों से लैस बाउंसर मौजूद थे।

आरोपी तरणजीत सिंह होरा

अभिषेक अग्रवाल के मुताबिक, उसके ही ऑफिस में उसे बंधक बनाकर साइन करने के लिए दबाव बनाया गया। उसने पुलिस से मदद लेना चाहा, लेकिन फोन छीन लिया गया।अभिषेक जब देवेंद्र नगर थाने पहुंचा तो वहां के ड्यूटी इंचार्ज ने भी उनकी मदद नहीं की। उसके बाद फोन से तत्कालीन SP और रायपुर IG को शिकायत की गई। लेकिन वहां से भी कुछ मदद नहीं मिली।

गुरुचरण सिंह होरा का नाम शुरू से ही विवादों के साथ जुड़ा रहा हैं, अब उसके पार्टनरों के खिलाफ कोरबा मे डकैती के मामले में एफआईआर दर्ज हुई हैं। बताते चले की गुरचरण सिंह होरा के खिलाफ रायपुर जिला प्रशासन ने करोड़ों की बेशकीमती शासकीय जमीन पर अवैध कब्जा करने के मामले में कार्रवाई की थी.

(1)पूर्व सरकार मे हुए शराब घोटाले मे गिरफ़्तार आरोपियों से गुरुचरण होरा के व्यवसाइक सम्बध रहे है.ED के द्वारा आरोपियों के मोबाइल फोन मे गुरुचरण सिंह होरा के साथ चैटिंग है. इस मामले मे ED गुरुचरण सिंह होरा से भी पूछताछ कर चुकी है.और अभी भी वह ED के जाँच मे है.

(2)यह कि गुरुचरण सिंह होरा के निवास पर 29/02/2020 को केंद्रीय आयकर कि टीम नें दबिश देकर, जाँच कार्यवाही कि थी.इस दौरान पैसो के साथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज आईटी नें जप्त किए थे.

(3)यह कि गुरुचरण सिंह होरा के खिलाफ उसी कि संस्था मे काम करने वाली महिला पत्रकार ने यौन शोषण कि शिकायत दुर्ग के सुपेला थानें मे फरवरी 2024 मे दर्ज कराई थी.

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