(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर : बिलासपुर के 71 वर्षीय जयसिंह चंदेल को साइबर ठगों ने 54,30,000 रुपये की भारी ठगी का शिकार बनाया। ठगों ने खुद को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का अधिकारी बताकर, अवैध पोर्नोग्राफी वीडियो अपलोड करने और मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी। डरे हुए बुजुर्ग ने इस डर में कई अलग-अलग तारीखों में ठगों को यह रकम ट्रांसफर कर दी।
शिकायत दर्ज होने के बाद साइबर पुलिस ने सटीक तकनीकी जांच शुरू की। जांच के दौरान संदिग्ध बैंक खातों और ऑनलाइन ट्रांजेक्शनों की निगरानी की गई, जिसके आधार पर पुलिस को हरियाणा और राजस्थान में ठगों के सक्रिय होने की जानकारी मिली।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार, साइबर पुलिस की विशेष टीम को उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, और राजस्थान रवाना किया गया।
लगातार एक सप्ताह की सघन छापेमारी के बाद, पुलिस ने हरियाणा के सिरसा से विजय (29), और राजस्थान के श्रीगंगानगर से अमित (23) और निखिल (18) को गिरफ्तार किया।
तीनों आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे बुजुर्ग को ईडी अधिकारी बनकर धमकाते थे और ठगी की रकम को बायनेंस ऐप के माध्यम से यूएसडीटी करेंसी में बदलकर उपयोग करते थे। आरोपियों से अपराध में इस्तेमाल किए गए पांच मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को स्थानीय न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर बिलासपुर लाया गया, जहां आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें न्यायालय में पेश किया गया।
इस पूरी कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप, अनुज कुमार, निमितेश सिंह के निर्देशन में निरीक्षक राजेश मिश्रा और उनकी टीम, उप निरीक्षक अजय वारे, स.उ.नि. सुरेश पाठक, प्रधान आरक्षक विक्कू सिंह, आरक्षक विजेन्द्र मरकाम, और चिरंजीव कुमार ने विशेष योगदान दिया।
पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है, और जल्द ही ठगी के अन्य मामलों में भी खुलासे होने की उम्मीद है।