BREAKING : जरहाभाटा में राजीव गांधी चौक के पास सड़क पर बना जानलेवा गड्ढा
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। बिलासपुर में सीवरेज के लिए हुई खुदाई बीते 10 सालों की तरह अभी भी लोगों के लिए जानलेवा खतरा बनी हुई है। जब यह काम चल रहा था उस वक्त तो शहर में ऐसी कोई जगह नहीं बची थी जहां बड़े-बड़े गड्ढे ना रहे हो। लेकिन अफसोस की इस बदनाम परियोजना का काम बंद होने के बाद भी शहर की सड़कों के धंसने उन पर जानलेवा गड्ढे बनने का सिलसिला अभी भी जारी है। आज बिलासपुर में जरहाभाटा मंदिर चौक से राजीव गांधी चौक की ओर जाने वाले रास्ते पर बंगाल से उसके पास देर रात को सड़क पर एकाएक बहुत बड़ा जानलेवा गड्ढा बन गया। सुबह होते ही लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन और पुलिस को दी जिससे बिना देर किए पुलिस और प्रशासन के लोग वहां पहुंचे। और सड़क से आने जाने वालों को आगाह तथा सावधान करते रहे। गड्ढे के फेर में कोई बड़ी दुर्घटना ना हो जाए इसलिए यातायात पुलिस के द्वारा मंदिर चौक से राजीव गांधी चौक जाने वाली इस सड़क पर यातायात बंद कर दिया गया है।
400 से 500 करोड़ रुपए की सीवरेज परियोजना का बिलासपुर को अभी तक तो कोई लाभ मिला नहीं है। और ना ही आगे इसकी कोई उम्मीद है। इस परियोजना में बिलासपुर में जगह-जगह गड्ढा पुर और बिलासपुर को गड्ढा पुर का नाम जरूर दे दिया है। सीवरेज की खुदाई के समय खुदाई से हुए गड्ढों की फीलिंग गिट्टी मुरूम और रेत से करने की बजाय भ्रष्टाचार से की गई। जिसके कारण अभी भी हर बरसात सहित 12 हों मांह बिलासपुर शहर की सड़कें धंसने और उन पर बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढे होने का सिलसिला अभी भी जारी है। आज राजीव गांधी चौक के पास बना सीवरेज का गड्ढा भी खुदाई के बाद फीलिंग में भ्रष्टाचार के चलते ही हुआ दिखाई दे रहा है। सवाल यह है कि जब सीवरेज परियोजना बिलासपुर में पूरी तरह फेल हो गई है तो उसका कफन दफन करने की वजह इस परियोजना की डेड बॉडी को बिलासपुर शहर और कितने दिनों तक अपने कंधों पर लादे रहेगा। (फ़ोटो साभार – राजा पाण्डेय)