जानकारी न हो, तो न बोलें… गुरु नानक देव के थाईलैंड जाने वाले राहुल के दावे पर बोले सुखबीर बादल
(शशि कोन्हेर) : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं. यहां वे अलग अलग कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं और तमाम मुद्दों पर अपनी बात रख रहे हैं. राहुल ने बुधवार को सैन फ्रांसिस्को में भारतीयों को संबोधित करते हुए दावा किया कि गुरु नानक देव थाईलैंड की यात्रा पर गए थे.
राहुल के इस दावे पर विवाद हो गया है. शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी ने इसे लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा है. अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल ने कहा कि राहुल गांधी को जिस विषय पर जानकारी न हो, उस पर उन्हें बोलने से बचना चाहिए. वहीं, बीजेपी नेता यह आपने कहां से पढ़ लिया कि गुरु नानक थाइलैंड गए थे?
दरअसल, राहुल जब भारतीयों को संबोधित कर रहे थे, तभी कुछ सिखों ने खालिस्तानी झंडे फहराए और नारेबाजी की. इस दौरान राहुल कुछ देर के लिए रुके. इसके बाद उन्होंने कहा, मैं यहां सिख भाइयों को देख रहा हूं. आपके गुरु नानक जी का पूरा जीवन इसी के लिए था. उनका मानना था विनम्र रहो, स्नेह करो.
राहुल ने गुरु नानक की यात्राओं का किया जिक्र
राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने कहीं पढ़ा था कि गुरु नानक जी मक्का, सऊदी अरब गए थे. वो थाईलैंड गए थे, वो श्रीलंका गए थे. ये बड़े लोग हमारे पैदा होने के काफी पहले भारत जोड़ो कर रहे थे.
राहुल ने कहा, यही मैं कर्नाटक के अपने दोस्तों से कह सकता हूं. गुरु बासवन्ना को लेकर. ऐसे ही केरल के अपने दोस्तों से नारायणगुरु जी के लिए भी यही कह सकता हूं. भारत के हर राज्य में ये दिग्गज हुए हैं . आदि शंकराचार्य, जिन्होंने कहा कि एक दूसरे को सुनें, सम्मान करें.
राहुल पर बीजेपी, अकाली दल ने साधा निशाना
सुखबीर बादल ने कहा, राहुल गांधी को उन विषयों पर बोलने से बचना चाहिए जिनके बारे में उन्हें न तो ज्ञान है और न ही समझ. वह स्पष्ट रूप से यह नहीं जानते कि श्री गुरु नानक देव जी की दृष्टि भौगोलिक सीमाओं को लांघती है और न केवल वैश्विक बल्कि लौकिक भी है. यह कहना कि गुरु साहिब भारत जोड़ो यात्रा पर मक्का या थाईलैंड या श्रीलंका गए थे, यह हास्यास्पद है.
इससे पहले बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने राहुल गांधी का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, डियर राहुल गांधी, बेवकूफी के नाम पर हम क्या कुछ माफ करते रहें? यह आपने कहां से पढ़ लिया कि गुरु नानक थाइलैंड गए थे? क्या धर्म की बात करते हुए आपसे किसी समझदारी की उम्मीद न की जाए