जगन्नाथ मंदिर के ऊपर ड्रोन.. प्रशासन ने उठाया सख्त कदम…होगी जांच
(शशि कोन्हेर) : पुरी जगन्नाथ मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ाकर सुटिंग करने के बाद उसे यू-ट्यूब में वायरल करने की घटना को जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने गम्भीरता के साथ लिया है। किस परिस्थिति में एवं कब ड्रोन के माध्यम से विडियो बनाया गया, अब उसकी जांच की जाएगी।
खबर के मुताबिक भारतीय पुरातत्व विभाग की तरफ से निषिद्धांचल घोषित किया गया है। ऐसे में जगन्नाथ मंदिर का कोई भी फोटो या विडियो ग्राफी नहीं हो पाएगी। भविष्य में इस घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए कदम उठाए जाएंगे। पुरी जगन्नाथ मंदिर सुरक्षा प्रशासक वीएस चन्द्रशेखर राव ने यह जानकारी दी है।
मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ाकर बनाया गया था वीडियो
मालूम हो कि पुरी जगन्नाथ मंदिर के ऊपर एक ड्रोन उड़ाकर उसके जरिए विडियोग्राफी की गई है। यह वीडियो यू ट्यूब में वायरल हो गया है। एक बंगाली व्यक्ति ने अपने यू ट्यूब चैनल पर इस विडियो को अपलोड कर वायरल किया है। यूनिफाएड नामक यू-ट्यूब चैनल पर पुरी जगन्नाथ मंदिर का यह विडियो वायरल हुआ है।
गिरफ्तारी के बाद मिली जमानत
बांग्लादेश के एक 23 वर्षीय यूट्यूबर को पुरी मंदिर के अंदर तस्वीरें लेने और सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि बांग्लादेश के 23 वर्षीय यूट्यूबर को श्री जगन्नाथ मंदिर के गर्भ गृह की तस्वीरें लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, स्थानीय अदालत ने बाद में उसे जमानत दे दी।
सोशल मीडिया पर डाला था तस्वीर
अधिकारी ने बताया था कि 23 साल के यूट्यूबर ने तस्वीरों को सोशल मीडिया पर भी डाला था। जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। हालांकि, स्थानीय अदालत ने बाद में उसे जमानत दे दी। अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र के निवासी आकाश चौधरी के खिलाफ मंदिर प्रशासन ने सिंहद्वार पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद आकाश चौधरी को वृंदावन से वापस बुलाया गया और उसके बाद उसकी गिरफ्तारी की गई थी।