नशे के सौदागर सुच्चा सिंह की, 2 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति अटैच…..
(आशीष मौर्य) : बिलासपुर – नशे के सौदागरों और तस्करों के द्वारा अर्जित अवैध संपत्ति को बिलासपुर पुलिस लगातार पता लगा रही है। ऐसे चालीस नशे के सौदागरों की काली कमाई की जानकारी पुलिस ने जुटा ली है।
हाल ही में एंड टू एंड कार्रवाई करते हुए पुलिस ने टिकरापारा कंसा चौक निवासी संजीव कुमार छाबड़ा उर्फ सुच्चा सिंह के खिलाफ कार्रवाई की थी।
आरोपी सुच्चा सिंह ने पिछले बीस वर्षों में नशे का अवैध कारोबार कर करीब 2 करोड़ रूपए से अधिक की संपत्ति अर्जित की थी।
मामले में पुलिस ने बिलासपुर, जबलपुर, नागपुर, फरीदाबाद और हरियाणा में बनाई गई संपत्ति पुलिस ने जब्त कर अग्रिम कार्रवाई के लिए सफेमा कोर्ट मुंबई में प्रतिवेदन भेजा है।
आरोपी के द्वारा नशीली टेबलेट / इंजेक्शन सप्लाई करने का तरीका-
आरोपी संजीव कुमार छाबडा के द्वारा नशीली टेबलेट 7200 नग वर्ष 2018 पर थाना कोतवाली जिला बिलासपुर के द्वारा पकडा गया जिसे प्रकरण में गिरफ्तार किया गया जो आरोपी पुलिस के भय व डर से बिलासपुर शहर को छोडकर अपना ठिकाना ग्राम मौदा नागपुर महाराष्ट्र में अपने आपको कान्ट्रेक्टर बताते हुऐ नागपुर से नशीला मादक पदार्थ इंजेक्शन को बेचने के लिये बिलासपुर शहर के बंटी गहेरवार की पत्नि अकांक्षा लासरे, अंजली गेंदले व भाठापारा के बुगाला उर्फ बृजलाल कुर्रे इसी प्रकार तखतपुर, रायपुर, बालाघाट, में नशीला मादक पदार्थ इंजेक्शन बेचने के लिये अपने सप्लायरो से फोन पर बात कर अपने एकाउंट के माध्यम से नगदी रकम लेकर उन्हे नशीला मादक पदार्थ इंजेक्शन को बस एवं पार्सल के माध्यम से भेज कर शहर में नशीला मादक पदार्थ इंजेक्शन का बेचा जाता था जिससे प्राप्त रकम को जमीन व शेयर मार्केट में लगाता था।
आरोपी के द्वारा अर्जित संपत्ति को वैध करने का तरीका-
आरोपी संजीव कुमार छाबडा के अलग-अलग बैंको में खाते थे, जिसमें वह मादक पदार्थ की तस्करी से अर्जित रकम को नगदी के रूप में डलवाता था। तथा उक्त रकम को छिपाने के उदेश्य से आरोपी के द्वारा छाबडा कन्शट्रक्शन के नाम से बिलासपुर टिकरापार पर फर्म तैयार किया था जो फर्म की जाँच करने पर पाया गया कि उक्त नाम की कोई भी फर्म टिकरापारा पर नहीं है। जिसका आयकर विभाग से जानकारी लिया गया तो पता चला कि उक्त फर्म में कोई व्यावसाय नहीं है परन्तु फर्म के एकाउंट पर करोडो रूपये का लेन-देन किया गया है तथा अलग-अलग राज्यो में दुकान, जमीन, निर्माणधीन मकान, तैयार किया गया है।
उक्त गिरफ्तार आरोपी संजीव कुमार छाबड़ा के अलग अलग खातों का जांच करने पर पाया की आरोपी के द्वारा छत्तीसगढ के अलग अलग जिले में नशीला मादक पदार्थ इंजेक्शन को बस एवं पार्सल के माध्यम से भेजवाकर रकम को नगद रूप मे अपने एकांउट पर लेता था जिसका खातो में करोड़ो का लेन देन का हिसाब पाया गया गया है। आरोपी संजीव कुमार छाबड़ा के द्वारा रकम को अपने माता पिता व भाई व भाई की पत्नि के खातों मे रकम को डालकर और उसी रकम को अपने खातों पर वापस लेकर उक्त रकम से करोड़ो की प्रापर्टी बनाया था। जिसकी टीम के द्वारा आरोपी संजीव कुमार छाबडा की प्रापर्टी व खाते की रकम की पहचान कर जप्ती कार्यवाही कर अग्रिम कार्यावाही हेतु सफेमा कोर्ट मुम्बई महाराष्ट्र प्रतिवेदन भेजी जाती है।
उपरोक्त प्रकरण में आरोपी संजीव कुमार छाबडा की गिरफ्तारी व फाईनेशियल इंनवेस्टीगेंशन हेतु शामिल टीम को फाईनेशियल इंन्वेस्टीगेशन कर करोडो की संपत्ति जब्त करने पर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के द्वारा पुस्कृत करने की घोषण की गई।