दुर्ग पुलिस ने कुम्हारी थाना क्षेत्र में हुए सामूहिक हत्याकांड के मामले का 30 घंटों के भीतर किया पर्दाफाश, छोटे भाई ने दो साथियों के साथ दिया वारदात को अंजाम.. दो बच्चों समेत एक ही परिवार के चार लोगों की हुई थी हत्या
(शशि कोन्हेर) : दुर्ग पुलिस ने कुम्हारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत घटित हुए सनसनीखेज सामूहिक हत्याकांड के मामले का 30 घंटे के भीतर पर्दाफाश कर दिया। पुलिस को इस मामले में संलिप्त तीनों आरोपियों को धर दबोचने में सफलता मिली है। पुलिस के मुताबिक अवैध संबंधों के चलते किए गए इस सामूहिक हत्याकांड में मुख्य आरोपी मृतक का छोटा भाई निकला। उसने दो और आरोपियों के साथ मिलकर अपने भाई, भाभी और दो मासूम बच्चों की हत्या को अंजाम दिया।
इस बाबत मिली जानकारी के अनुसार 29 सितंबर को सुबह कुम्हारी थाना प्रभारी सुधांशु बघेल को मोबाइल से सूचना मिली थी कि टण्डन बाडी कपसदा खार में एक घर के मुख्य द्वार पर एक व्यक्ति मृत हालत में पड़ा हुआ है। इस सूचना पर थाना प्रभारी कुम्हारी, स्टाफ के साथ तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुए। वहां मिले शव की पहचान भोला नाथ यादव के रूप में हुई। जिस स्थान पर भोलानाथ यादव का खून से लहूलुहान मृत शरीर पड़ा मिला था। उससे मात्र 50-60 कदम की दूरी पर उसका निवास स्थान था।
पुलिस जब वहां पहुंची तो सबकी आंखें फटी की फटी रह गई। वहां घर में दरवाजे के पास ही भोला नाथ यादव की पत्नी नैला यादव, और घर के रसोईघर में मृतक की एक लड़की (उम्र 7 वर्ष) और लड़के (उम्र 12 वर्ष) का भी शव पड़ा मिला। इन सभी मृतकों की मृत्यु गंभीर चोट पहुंचाने से हुई थी। भोला राम यादव के घर में (जहां तीन लाशें पाई गई) एक आलमारी का पूरा सामान बिखरा हुआ पड़ा मिला। जिसमें मृतकों के वस्त्र और आधार कार्ड तथा मार्कशीट पड़ी हुई थी। घटनास्थल पर ग्रामीणों से इस हत्याकांड के संदेहियों की जानकारी लेने पर पुलिस के हाथ ऐसा कुछ ठोस नहीं लगा लेकिन यह जानकारी जरूर मिलेगी घटना की रात्रि से दो आकाश मांझी और टीकमदास घृतलहरे नामक दो व्यक्ति गांव से गायब है। इनका मोबाइल नंबर प्राप्त कर एसीसीयू को आरोपियों का लोकेशन जानने के लिए दिया गया।
इसके तुरंत बाद इस घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक दुर्ग अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तथा नगर पुलिस अधीक्षक को दी गई। वहीं साथ में एफएसएल फुटप्रिंट फिंगरप्रिंट और डॉग स्क्वायड की टीम को घटनास्थल पर तलब किया गया।। मृतक भोलानाथ का शव उसके मुख्य द्वार से 5 कदम की दूरी पर तथा उस से 50-60 कदम की दूरी पर स्थित मकान के प्रवेश द्वार पर मृतका नैला यादव का शव और घर के भीतर रसोई घर में एक बालक और एक बालिका का शव मिला। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संजय ध्रुव, उप पुलिस अधीक्षक कौशल देव पटेल, उप पुलिस अधीक्षक क्राइम श्री नसर सिद्दीकी के नेतृत्व में थाना प्रभारी कुम्हारी श्री सुधांशु बघेल,थाना प्रभारी भिलाई मनीष शर्मा, निरीक्षक वीरेंद्र श्रीवास्तव, याकूब मेमन एवं एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों की खोजबीन शुरू की गई। पुलिस को मृतक के भाई किस्मत यादव पर शक था। उससे पूछताछ करने पर उसने पुलिस की सख्ती के आगे घुटने टेक दिए और वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली। साथ ही पुलिस को यह बताया कि दो आरोपी आकाश मांझी और टीकमदास घृतलहरे कहीं भाग गए हैं। इस पर साइबर सेल की मदद से जानकारी मिली कि फरार आकाश और टीकम का लोकेशन उड़ीसा में मिल रहा है। तब पुलिस के द्वारा उड़ीसा जाकर भवानी पटनम से आकाश मांझी तथा टीकमदास धृतलहरे को गिरफ्तार कर लिया गया। घटना के मामले में इन तीनों आरोपियों से मिली जानकारी के अनुसार मिली जानकारी के अनुसार मृतक भोला नाथ यादव आशिक मिजाज किस्म का व्यक्ति था। वह आकाश मांझी के साथ मिलकर आए दिन रंगरलिया मना करता था। बाद में रंगरेली के किसी मामले को लेकर दोनों के बीच वैमनस्य हो गया। तब आकाश मांझी ने भोला नाथ यादव के छोटे भाई किस्मत यादव के साथ अपने संबंध बना लिए। और ये दोनों एक साथ खाने पीने तथा रंगरलिया मनाने लगे। भोला नाथ यादव का छोटा भाई किस्मत यादव भी आर्थिक कारणों से अपने बड़े भाई से वैमनस्यता रखता था। वही आकाश मांझी भी भोलानाथ यादव से खासी वैमनस्यता रखने लगा था। इन दोनों ने ही टीकमदास धृतलहरे को साथ में मिलाकर इस जघन्य सामूहिक हत्याकांड को अंजाम दिया। इन तीनों ने दोपहर से ही जमकर शराब पी। इसके बाद तीनों ने ही किस्मत यादव के साथ मृतक के रेघा बारी स्थित निवास में आकर भोला नाथ यादव आवाज दी। इस पर भोला नाथ यादव घर से निकल कर टण्डनबाडी कपसदा खार में मुख्य द्वार के पास उनके पास आ गया। भोला यादव के द्वारा क्या काम है..? पूछने पर आरोपियों ने उससे कुछ पैसों की मांग की। इसे भोला यादव ने पैसे देने से मना करते हुए अपने छोटे भाई और पहले दोस्त रहे आकाश मांझी से गाली गलौज की तथा अपशब्द कहे। इस पर किस्मत यादव आकाश मांझी और टीकम दास घृतलहरे द्वारा भोलानाथ के साथ मारपीट की गई। तब भोलानाथ के द्वारा बार-बार उन्हें यह कहने पर कि मैं तुम लोगों को छोडूंगा नहीं। तीनों आरोपी आक्रोश में आ गए और भोलानाथ के छोटे भाई ने खेत के निकट ही पड़ी कुल्हाड़ी को उठाकर मृतक भोलानाथ के माथे पर वार किया। इसी दौरान आकाश मांझी द्वारा खेत में ही पड़े मिले सब्बल और आरोपी टीकम द्वारा फसल काटने के पट्टे से भोला नाथ यादव के सिर पर लगातार वार किया। इससे भोलानाथ यादव मुख्य द्वार से कुछ कदम दूर पर गिरकर ढेर हो गया। घटना के दौरान मृतक के चीखने चिल्लाने पर मृतक की पत्नी नैला यादव भी मौका वारदात के पास आ गई थी। उसे देखकर तीनों आरोपियों ने भोला नाथ यादव की पत्नी मृतिका नैला यादव को दौड़ाया। जिस से बचने के लिए मृतिका नैला यादव भागकर अपने घर में घुसने लगी।
तब आरोपियों ने घर के प्रवेश द्वार पर ही मृतिका नैला यादव के सिर पर वार किया। जिससे वह प्रवेश द्वार में ही गिर गई और वहीं उसकी मौत हो गई। इस पर चिल्लाहट और शोर होने से उसी कमरे में मृतक भोलानाथ यादव और मृतिका नैला यादव के दो बच्चे सोए हुए थे। वो नींद से जाग गए और वहां का माजरा समझ कर रसोई घर की ओर भागे। तीनों आरोपियों ने उन्हें देख लिया और स्वयं की पहचान होने के डर से दोनों बच्चों पर भी प्राणघातक वार किया जिससे दोनों बच्चों की भी वहीं रसोई घर में ही मौत हो गई। इसके बाद आरोपियों ने भोलानाथ के घर में रखी आलमारी को खोलकर उसमें रखें 7 लाख 92 हजार 400 रुपए तथा जेवर अपने कब्जे में लेकर उड़ीसा भाग गए। पुलिस ने आकाश मांझी और टीकमदास धृतलहरे उड़ीसा के भवानीपटनम से गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों ही आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया।
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर खून से लगे कपड़े, वारदात में प्रयुक्त हथियार और नगद रकम जब्त कर ली। वारदात के लगभग 30 घंटे के भीतर ही इस सामूहिक अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को जिस तरह सफलता मिली है उसकी सारे लोग मुक्त कंठ से सराहना कर रहे हैं। इस सनसनीखेज सामूहिक हत्याकांड के तत्काल हुए खुलासे में थाना कुम्हारी, थाना पुरानी भिलाई थाना भिलाई भट्टी थाना दुर्ग थाना पुलगांव एवं एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के स्टाफ की भूमिका काफी सराहनीय रही।