(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बुधवार को बिलासपुर कलेक्ट्रेट के मंथन सभा कक्ष में आयोजित इस संभागीय समीक्षा बैठक में संभाग के 8 जिलों के कलेक्टर, खाद्य अधिकारी, जिला विपणन अधिकारी, नान और सहकारी बैंक के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में बिलासपुर संभाग के कमिश्नर महादेव कावरे भी शामिल हुए। इस बार धान खरीदी में पारदर्शिता और व्यवस्था सुधारने के लिए नए कदम उठाए गए हैं। अपर सचिव ने जानकारी देते हुए कहा इस बार सभी धान खरीदी और संग्रहण केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य किए गए हैं।
पहली बार इलेक्ट्रॉनिक मशीनों के माध्यम से धान की नाप-तौल की जाएगी। किसानों को टोकन जारी होने के बाद सात दिनों के भीतर धान खरीदी की जाएगी। बारदाना के सत्यापन की व्यवस्था को भी कड़ा किया गया है, साथ ही बैंकों में नगद भुगतान की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी।
इसके साथ ही उन संग्रहण केंद्रों को फिर से खोला जाएगा जो पहले बंद किए गए थे। इस वर्ष प्रति किसान से 3100 क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। खरीदी केंद्रों पर किसानों के आने-जाने, बैठने और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में धान खरीदी से जुड़े अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई ताकि यह प्रक्रिया प्रभावी और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके।