बिलासपुर : कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने आज सिंचाई विभाग के प्रार्थना सभा भवन में 225 स्कूलों के प्राचार्याें की मैराथन बैठक ली। बैठक में स्कूल खुलने के पूर्व की तैयारी, शाला प्रवेश उत्सव, शैक्षणिक सत्र 2024-25 में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने विस्तार से समीक्षा की गई। बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम में बेहतर प्रदर्शन के लिए कार्ययोजना बनाकर उस पर अमल करने के निर्देश दिए।
इसके लिए वर्ष भर के लिए विभिन्न मानक तय किए जाएंगे, जिसमें हर महीने बेहतर परिणाम देने वाले 10 शिक्षकों और प्राचार्यों को जिला कार्यालय द्वारा सम्मानित किया जाएगा। बैठक में नगर निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ श्री आरपी चौहान, जिला शिक्षा अधिकारी श्री टीआर साहू, विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने कहा कि जिले में शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास करते हुए नवाचार अपनाएं। बच्चों का विकास करना और उनकी क्षमता बढ़ाना प्रत्येक शिक्षक और प्राचार्य की महती जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि मजबूत इच्छा शक्ति से बेहतर परिणाम मिलेंगे। बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे परिणाम देने वाले प्राचार्यो ने अपने अनुभव भी साझा किए।
उन्होंने प्राचार्यो से चर्चा कर परिणाम में कमियों का संज्ञान लिया। उन्होंने कहा संवाद सबसे अच्छा माध्यम है एक शिक्षक का संवाद जितना अच्छा होगा बच्चे और शिक्षक की दूरियां उतनी ही कम होगी। बच्चे खुलकर विषयवार अपनी समस्या बता पाएंगे।
कलेक्टर ने कहा कि बच्चे स्कूल क्यो नही आ रहे है इसकी जानकारी स्कूल के प्राचार्य को होनी चाहिए। प्राचार्य और शिक्षक बच्चे के घर जाकर पालकों से इस विषय पर चर्चा करें और बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करें।
कलेक्टर ने शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के पहले सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। 18 जून को शाला प्रवेश उत्सव शत-प्रतिशत स्कूलों में मनाने कहा, इसके साथ ही स्कूलों में गणवेश एवं पाठ्यपुस्तक वितरण कराने के निर्देश दिए। नगर निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर परिणाम लाने के लिए कार्ययोजना बनाकर क्र्रियान्वयन किया जाएगा।
इसकी मॉनिटरिंग के लिए एक पोर्टल तैयार किया जाएगा, जिसमें संबंधित स्कूल के सभी बच्चों एवं शिक्षकों की एन्ट्री की जाएगी। प्रश्न पत्र भी पोर्टल में अपलोड किए जाएंगे। हर टेस्ट के बाद मॉडल आन्सर भी पोर्टल में अपलोड किया जाएगा। सभी बच्चों के नम्बरों की पोर्टल में एन्ट्री होगी। दिसम्बर तक सभी स्कूलों में सिलेबस पूरा करना होगा। कार्ययोजना के मूल्यांकन के लिए जिला और ब्लॉक स्तरीय कोर कमिटी का गठन किया जाएगा।