(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। यह बात हम नहीं कह रहे हैं। एक व्यक्ति के द्वारा फेसबुक में इसे चस्पा किया गया है। इसमें जगह या विभाग का नाम नहीं लिखा हुआ था। लेकिन पता नहीं क्यों पढ़कर हमें लगा कि यह मामला शायद रतनपुर थाने से संबंधित है। क्योंकि वहीं बिलासपुर के पुलिस कप्तान श्री संतोष कुमार सिंह ने एक साथ रतनपुर थाने में पदस्थ 18 पुलिसकर्मियों का थोक में तबादला कर दिया था।
फिर पता लगाने पर मालूम हुआ कि वाकई फेसबुक पर की व्यंगात्मक टिप्पणी बिलासपुर पुलिस अधीक्षक के द्वारा रतनपुर थाने के 18 पुलिसकर्मियों के एक साथ जारी किए गए तबादले के मामले को लेकर की गई है। यह ओपन सिक्रेट है कि रतनपुर थाने के निवर्तमान प्रभारी के के सिंह और उनके खासमखास पुलिसकर्मियों ने दुष्कर्म पीड़िता एक युवती की विधवा मां को ही पॉक्सो एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया था।
मीडिया में रतनपुर थाने का यह कमाल उजागर होते ही पुलिस प्रशासन और खासकर पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार ने इसे सख्ती से लिया। और उनके द्वारा पहले थाना प्रभारी श्री केके सिंह तथा बाद में उनके पीछे-पीछे रतनपुर थाने में तैनात 18 पुलिसकर्मियों का एकमुश्त तबादला कर दिया गया। तबादले का यह आदेश जिले के पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह के द्वारा आज से 15 दिन पूर्व 2 जून 2023 में जारी किया गया था।
मगर आश्चर्य की बात यह है कि पुलिस अधीक्षक के द्वारा ताबड़तोड़ की गई तबादले की इस कार्रवाई के 15 दिनों बाद भी स्थानांतरित पुलिसकर्मियों में से मात्र दो चार ही रतनपुर थाने का पिंड छोड़कर नई जगह के लिए रवाना हुए हैं। इस बाबत बिलासपुर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री राहुल देव शर्मा से बात करने पर उन्होंने..
देखना पड़ेगा कह कर (इस जानकारी के लिए) रतनपुर थाना प्रभारी श्री सागर पाठक से बात करने के लिए कहा.. इस पर जब हमने श्री सागर पाठक के मोबाइल पर फोन कर वस्तुस्थिति जाननी चाही तो उन्होंने कहा मुझे ठीक-ठीक पता नहीं है। देखना पड़ेगा। फिर उन्होंने कहा कि पूरी रात जगा हूं इसलिए आप शाम को 4 बजे फोन कर लीजिए। यह सुनकर एक बार आश्चर्य भी हुआ कि थाना प्रभारी को यह भी पता नहीं है कि पुलिस अधीक्षक के द्वारा 15 दिन पहले रतनपुर थाने से हटाए गए पुलिसकर्मियों में से कितने नए रवानगी देकर स्थानांतरित जगह पर जा चुके हैं।
और बाहर से कितने नये पुलिसकर्मी रतनपुर थाने में (आमद देकर) आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि 15 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक मात्र 3 या अधिकतम 4 पुलिसकर्मी ही रतनपुर थाने से रवानगी दर्ज कर नई जगह पर गए हैं। (हमें इसमें भी शक है) चर्चा है कि जिन लोगों को हटाया गया है उनकी जगह पर बाहर से जिन 18 पुलिसकर्मियों को रतनपुर में तैनात किया गया है। उनमें से अधिकांश ने अभी अपने मौजूदा स्थान से रवानगी लेकर रतनपुर थाने में आमद दर्ज नहीं कराई है।
आश्चर्य होता है कि बिलासपुर के पुलिस कप्तान श्री संतोष कुमार सिंह के द्वारा 15 दिनों पूर्व रतनपुर थाने के 18 पुलिस कर्मियों के बारे में दिए गए तबादला आदेश का अभी तक शत-प्रतिशत परिपालन इसलिए नहीं हो पाया है, क्योंकि रतनपुर से स्थानांतरित किए गए पुलिसकर्मियों के स्थान पर काम करने के लिए जिले के विभिन्न थानों से अथवा लाइन से जिन पुलिसकर्मियों को रतनपुर आने का आदेश दिया गया था उन्होंने अभी तक रतनपुर थाने में आमद दर्ज नहीं की है। रतनपुर के लोगों का कहना है ।
कि थोक में पुलिसकर्मियों पर 2 जून 2023 को गिरी पुलिस कप्तान की गाज के एक या दो माह पूर्व भी किसी मामले को लेकर रतनपुर थाने के सात पुलिस को एकमुश्त तबादले का हुक्म दिया गया था। लेकिन उनमें से भी मात्र तीन लोग ही रतनपुर थाने से रवानगी दर्ज करा कर नई जगह पर गये थे।
बाकी स्थानांतरित पुलिसकर्मी “बट-परंतु- लेकिन” जैसे कुछ कारण बताकर रतनपुर थाने में ही डटे रहे। इस अनुभव को देखते हुए यह शक हो रहा है कि कहीं इस बार भी 12 जून को पुलिस अधीक्षक के द्वारा जारी किए गए तबादला आदेश के 15 दिनों बाद भी चंद पुलिसकर्मियों को छोड़कर बाकी अभी भी वही “बट-परंतु- लेकिन” जैसी मनगढ़ंत वजह से रतनपुर थाने में डटे हुए तो नहीं हैं। हमारा सोचना यह है कि शायद इसी स्थिति की ओर इशारा करते हुए फेसबुक पर किसी सज्जन ने यह पोस्ट डाली थी कि 17 के 17 ट्रांसफर के बाद भी जमे हुए हैं.. कोई फिरकी ले रहा है क्या…?
बहरहाल जिला पुलिस अधीक्षक के द्वारा दिए गए तबादला आदेश का परिपालन ना होना अपने आप में बहुत गंभीर बात है। वही इस मामले में रतनपुर थाने में पदस्थ किए गए नए थाना प्रभारी सागर पाठक से मोबाइल पर पूरी बातचीत में उन्होंने कहा कि क्योंकि अभी जिन नवपदस्थ पुलिसकर्मियों को रतनपुर थाने में आकर ड्यूटी जॉइन कर ली थी। उन्होंने अभी तक रतनपुर थाने में आमद दर्ज नहीं कराई है। उनके आते ही पुलिस अधीक्षक महोदय के द्वारा रतनपुर थाने से हटाए गए या स्थानांतरित किए गए 18 पुलिसकर्मी यहां से भेज दिए जाएंगे। सवाल यह उठता है कि ऐसा कब तक हो पाएगा..? लेकिन उससे पहले एक सवाल यह भी उठता है कि 2 जून को तबादले का एकमुश्त आदेश जारी होने के बाद भी आज 17 जून तक स्थानांतरित पुलिसकर्मी कैसे रतनपुर थाने में डटे हुए हैं..? और आगे कब तक डटे रहेंगे..?