बिलासपुर

नवरात्र में भी बिजली कटौती की अपनी “आदत से बाज” नहीं आए विद्युत मंडल वाले

(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। अंग्रेजी में एक कहावत है जिसका हिंदी मतलब होता है “आप किसी व्यक्ति की आदत को बदल सकते हैं..लेकिन उसका स्वभाव नहीं बदल सकते”। कुछ ऐसी ही “आदत” छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल के अफसरों और कर्मचारियों की हो गई है। बिजली काटने या गोल करने या गोल रखने की उनकी आदत, अब उनका स्वभाव (नेचर) बन गया है। अब, उनके आगे लाख सिर पटकने से भी इसे बदला नहीं जा सकता.. क्योंकि नेचर केन नांट चेंज…!

नवरात्र के पहले जब विद्युत मंडल के द्वारा शहर के सभी फीडरों के अंतर्गत आने वाले मोहल्लों” में “नवरात्र पूर्व मेंटेनेंस के नाम से घंटो घंटो बिजली गोल रखकर पता नहीं क्या क्या उठापटक की गई। तब लोगों को लगा कि चलो.. विद्युत मंडल इस मुकम्मल तैयारी में है कि नवरात्र के दौरान कहीं भी बिजली गोल ना हो। लेकिन जैसा कि हम पहले कह चुके हैं बिजली गोल होना, विद्युत मंडल की कोई मजबूरी नहीं… वरन ऐसी आदत है, जो अब उसका स्वभाव बन चुकी है। और इससे लाचार विद्युत मंडल, पूरे नवरात्र भर शहर के अलग-अलग फीडरों के अंतर्गत आने वाले अलग-अलग मोहल्लों में घंटे आधे घंटे से लेकर 4 घंटे तक बिजली गोल कर ही देता था। हो सकता है यहां हमारे शब्द गलत हों।

शायद हमें यह कहना चाहिए था कि विभिन्न तकनीकी कारणों से बिजली गुल होती रही। और शहर की बिजली गुल होने की इसी आदत या स्वभाव के कारण आज नवमी के दिन भी व्यापार विहार फीडर के अंतर्गत आने वाले विनोबा नगर आदि क्षेत्रों में सुबह 5 बजे से एक बार जो लाइट गोल हुई, तो दोपहर 11 बजे ही उसके दीदार हो पाए।

बहरहाल, कुल जमा लब्बौलुआब यह है कि 2 दिन बाद विजयादशमी पर्व और रावण दहन का आयोजन पूरे शहर में होना है। उसके 17 दिन बाद धनतेरस से शहर में रोशनी का पर्व शुरू हो जाएगा जो भाई दूज तक चलेगा। हम विद्युत मंडल से गुजारिश सीट कर सकते हैं कि इस दौरान लाइट गोल करने के अपने “एडिक्शन” को किनारे कर बिलासपुर के निवासियों पर अपनी दया मया बनाए रखेगा।

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