आज भी अदानी कंपनी के शेयरों में जारी रही गिरावट….
(शशि कोन्हेर) : मुंबई – सोमवार यानी आज़ 30 जनवरी को भी अडानी ग्रुप और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट उतनी ही गर्म है जितनी 24 जनवरी को थी। साथ ही शेयर बाजार निवेशकों और अडानी ग्रुप की जेब भी भी उसी रफ्तार के साथ ठंडी होती जा रही है।
बीते 24 जनवरी के बाद से अडानी ग्रुप की 9 कंपनियों के स्टॉक 42 फीसदी तक डूब चुके हैं। वहीं कंपनियों की हैसियत भी पौने 6 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा कम हो चुकी है।
अगर बात आज की करें तो अडानी ट्रासंमिशन और अडानी ग्रीन के शेयरों में 20 फीसदी गिरावट देखने को मिली है। वहीं अडानी इंटरप्राइजेज और अडानी पोर्ट के अलावा सभी लाल निशान पर हैं। हां, सीमेंट कंपनियों में थोड़ी रिकवरी देखने को जरूर मिली है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर अडानी ग्रुप की कंपनियों का क्या हाल हुआ है।
आज़ सोमवार को भी अडानी कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। अडानी पॉवर और अडानी विल्मर के शेयरों में 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन और अडानी टोटल गैस के शेयरों में 20 फीसदी की गिरावट आई है। अडानी इंटरप्राइजेज और अडानी पोर्ट में थोड़ी राहत देखने को मिली है। अडानी इंटरप्राइजेज के दाम 4.14 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अडानी पोर्ट एंड एसईजेड में करीब डेढ़ फीसदी का इजाफा है। सीमेंट कंपनियों के शेयरों में भी मामूली राहत है। एसीसी के शेयर में भी 1 फीसदी से ज्यादा का इजाफा है और अंबूजा सीमेंट के शेयर में 4 फीसदी की तेजी है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट 24 जनवरी को रिवील हुई थी। उसके बाद से अडानी ग्रुप की 9 लिस्टिड कंपनियों के शेयरों में औसतन 30 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। अडानी ट्रांसमिशन के शेयर 42 फीसदी तक कम हो चुके हैं. अडानी टोटल गैस के शेयर 40 फीसदी तक हो चुके हैं। ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज के दाम 20 फीसदी तक टूट चुके हैं। अडानी पॉवर के 14 फीसदी से ज्यादा तो अडानी ग्रीन के शेयरों में 37 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। पिछले साल जिस कंपनी का ब्लॉकबस्टर आईपीओ आया था उस अडानी विल्मर का शेयर 14 फीसदी से ज्यादा कम हो चुका है। सीमेंट कंपनियां एसीसी लिमिटेड और अंबूजा सीमेंट दोनों में क्रमश: 20 फीसदी और 22 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है।