बिलासपुर

EXCLUSIVE : हरित जेल बनने में अग्रसर सेंट्रल जेल….

(आशीष मौर्य) : बिलासपुर केंद्रीय जेल देश का पहला जेल होगा जो इको फ्रेंडली यानी हरित जेल होने वाला है. जेल प्रशासन इस दिशा में कार्य कर रहा है. यहां पानी बचाने से लेकर, सोलर एनर्जी से बिजली उत्पादन किया जा रहा है. प्लास्टिक से इकोब्रिक्स बनाने योजना पर काम चल रहा है.

खोमेश मंडावी (जेल अधीक्षक, बिलासपुर)

बिलासपुर केंद्रीय जेल मे जितनी खपत उतना उपयोग की दिशा में काम किया जा रहा है. यहां पानी से लेकर हर जरूरी चीजों को उतना ही उपयोग में लिया जा रहा है जितना आवश्यकता है.जेल के भीतर मुलाकात के लिए आने वाले वकीलों से लेकर, लोगों को गिलास में उतने ही मात्रा में पानी दिया जा रहा है जितना उनकी आवश्यकता है.ताकि पानी व्यर्थ ना हो.जरूरत पड़ने पर दोबारा पानी मांगने की गुंजाइश यहां छोड़ी गई है. इसके साथ ही हरित जेल के रूप में केंद्रीय जेल बिलासपुर को विकसित किया जा रहा है. यहां रोजाना 29 लीटर फिनायल का उपयोग होता है, वही एसिड की 8 लीटर खपत है.

जल प्रबंधन गुड़ संतरा और प्राकृतिक चीजों का उपयोग कर फिनायल का निर्माण कर रहा है, जेल के भीतर आने वाले प्लास्टिक बैग्स का उपयोग इको ब्रिक्स बनने के लिए किया जा रहा है. एसी से निकलने वाले पानी को भी संरक्षित किया जा रहा है. इसके साथ ही सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन कर जेल की काल कोठरी को रोशन किया जाएगा.

बिलासपुर केंद्रीय जेल देश का पहला जेल होगा जिसे इको फ्रेंडली जेल के रूप में विकसित किया जा रहा है. जेल मुख्यालय से आए पत्र के बाद अधिकारी इस दिशा में काम कर रहे हैं. अपराध से रंगे हाथ केंद्रीय जेल बिलासपुर को हरित जेल बनाने सहयोग कर रहे हैं.

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