EXCLUSIVE : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका बनने, तहसीलदार के फर्जी सील सिगनेचर
(आशीष मौर्य के साथ जय साहू) : महिला एवं बाल विकास विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की भर्ती के लिए आवेदन मंगाए गए हैं. लेकिन जो आवेदन के साथ निवास जाति और आमदनी प्रमाण पत्र मैनुअल जारी हुए हैं वह फर्जी है. मंगलवार को आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि थी, लोकस्वर टीवी न्यूज़ चैनल ने जब पड़ताल किया तो, पता चला कि तहसीलदार अतुल वैष्णव का फर्जी सील व सिग्नेचर कर मैनुअल जाति निवास और आमदनी जारी किए जा रहे हैं.
यह काम कोई और नहीं तहसील कार्यालय में सक्रिय दलाल कर रहे हैं. लोकस्वर टीवी न्यूज़ चैनल के हाथ जब वह मैनुअल प्रमाणपत्र लगे, यह प्रमाण पत्र साधना अहिरवार और गायत्री खरे के नाम पर जारी हुए हैं,इसकी सत्यता की जांच तहसीलदार के व्हाट्सएप पर प्रमाण पत्रों को भेजकर किया गया. तहसीलदार अतुल वैष्णव ने उन प्रमाणपत्रों को फर्जी बताते हुए थाने में शिकायत करने की बात कही.
तहसील कार्यालय मे सक्रिय है दलाल :- तहसील कार्यालय में ऐसे दलाल सक्रिय हैं जो चंद रूपये कमाने के चक्कर में कुछ भी कर सकते हैं.दरअसल ऐसे मैनुअल प्रमाण पत्र स्कूल में पढ़ने वाले पहली से लेकर आठवीं तक के बच्चों के लिए जारी किया जाता है. जिसमें यह उल्लेख भी रहता है कि यह सिर्फ शिक्षा के लिए जारी किया जा रहा है. लेकिन दलाल इसे अब मोटी रकम का साधन बना चुके हैं. वर्तमान में जाति निवास व आमदनी प्रकरण क्रमांक दर्ज कर ऑनलाइन जारी हो रहे हैं.
पहले भी पकड़े जा चुके हैं ऐसे फर्जी सील साइन वाले प्रमाण पत्र :- नगर निगम में मोर जमीन मोर आवास के नाम पर सितंबर 2022 को आवेदन लिए गए थे. उसमें भी करीब 1500 से अधिक आवेदनों में तहसीलदार के फर्जी सील व हस्ताक्षर वाले जाति निवास व आमदनी जमा हुए थे. इस मामले को भी लोकस्वर टीवी न्यूज़ चैनल ने बड़ी गंभीरता से उठाया था. इसे संज्ञान में लेते हुए तहसीलदार अतुल वैष्णव ने निगम आयुक्त को पत्र जारी कर ऐसे आवेदन की जांच के लिए कहा था.