एग्जिट पोल – कर्नाटक में कांग्रेस को बंपर जीत, भाजपा की मेहनत बेकार हर इलाके में हार
(शशि कोन्हेर) : कर्नाटक में कांग्रेस को Aaj Exit Poll से गुड न्यूज मिली है। आज तक के सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को राज्य की 224 सीटों में से 122 से 140 सीटें मिल सकती है और वह अपने दम पर सरकार बनाएगी। यहां बहुमत का आंकड़ा 113 सीटों का ही है। भाजपा को दक्षिण में अपनी सत्ता वाले एकमात्र राज्य में करारा झटका लग रहा है। यहां पार्टी को 62 से 80 सीटें ही मिल रही हैं। कभी किंगमेकर की भूमिका में रही जनता दल सेक्युलर को भी बड़ा झटका लग रहा है और वह यहां 20 से 25 सीटें ही हासिल कर पाएगी। अब क्षेत्रवार बात करें तो ज्यादातर इलाकों में भाजपा बुरी तरह हार सकती है, जबकि तटीय क्षेत्र में वह सफलता पा सकती है।
ओल्ड मैसुरु में बुरी तरह हार सकती है भाजपा
ओल्ड मैसुरु इलाके की 64 सीटों पर भाजपा को सिर्फ 25 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। उसके मुकाबले कांग्रेस यहां 40 फीसदी वोट हासिल करेगी, जो बड़ी बढ़त है। जेडीएस को यहां सिर्फ 18 पर्सेंट वोट ही मिलने का अनुमान है। इस इलाके में सीटों की बा करें तो यहां कांग्रेस को 36 सीटें मिलने की संभावना है और भाजपा महज 6 सीटों पर ही संतोष करेगी। यहां जेडीएस को 18 सीटें मिलने की संभावना है, जो उसके लिए झटका है। यह इलाका उसका गढ़ माना जाता है और यहां भी जेडीएस का कमजोर होना उसके अस्तित्व के लिए ही एक चुनौती बन गया है।
लिंगायत बहुल क्षेत्र में भी भाजपा को झटका, कांग्रेस को फायदा
लिंगायत बहुल महाराष्ट्र कर्नाटक क्षेत्र में भी भाजपा की टेंशन बढ़ती दिख रही है। यहां भाजपा को 21 सीटें ही मिलने की संभावना है, जबकि कांग्रेस यहां 28 सीटें पा सकती है। हैदराबाद कर्नाटक क्षेत्र में कांग्रेस को 32 सीटें मिल रही हैं। यहां भाजपा को बहुत बड़ा झटका लगा रहा है और उसे यहां 7 सीटें ही मिलने की उम्मीद है। वहीं जेडीएस यहां 3 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। इस इलाके में आदिवासी एवं दलित समुदायों की बड़ी आबादी है। मल्लिकार्जुन खड़गे भी यहीं के रहने वाले हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस को खड़गे को प्रमोट करने का फायदा यहां मिल सकता है।
बेंगलुरु सिटी क्षेत्र में भी कांग्रेस को बड़ा फायदा
बेंगलुरु सिटी क्षेत्र की 28 सीटों पर भी कांग्रेस को बड़ी बढ़त मिल रही है। इस इलाके में कांग्रेस 44 फीसदी वोट शेयर मिल रहा है। भाजपा को यहां 38 फीसदी वोट ही मिलने की संभावना है, जबकि जेडीएस को 15 पर्सेंट वोट ही मिल रहे हैं। सीटों की बात करें तो कांग्रेस को यहां 17 सीटें मिलने का अनुमान है और भाजपा को इस क्षेत्र में 10 सीटें ही हासिल होंगी। वहीं जेडीएस का प्रदर्शन यहां भी खराब दिख रहा है और उसे एक ही सीट मिलेगी।
सिर्फ तटीय इलाके में अपनी ताकत बचा पाएगी भाजपा?
मध्य कर्नाटक क्षेत्र में कांग्रेस को 41 फीसदी वोट मिलने की संभावना है, जबकि भाजपा को 35 सीटों पर ही संतोष करना पड़ेगा। इस क्षेत्र की 23 सीटों में से कांग्रेस को 12 सीटें मिलने की उम्मीद है, वहीं भाजपा 10 सीटें हासिल कर लेगी। अनुमान है कि जेडीएस को यहां एक ही सीट पर संतोष करना होगा। तटीय कर्नाटक की 19 सीटों में से भाजपा को 16 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा कांग्रेस को यहां 3 सीटों से ही संतोष करना पड़ेगा। वोट शेयर के लिहाज से यहां भाजपा 50 फीसदी वोट पा सकती है, जबकि कांग्रेस को 40 फीसदी मत मिलने की संभावना है।