फारूक अब्दुल्ला ने फिर
अलापा… पाकिस्तान का राग
(शशि कोन्हेर) : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बयान का जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भी समर्थन किया है। उनका भी ऐसा मानना है कि पीएम नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान के साथ बात करके दोनों देशों के बीच के मुद्दों को सुलझाना चाहिए। मंगलवार (17 जनवरी, 2023) को उन्होंने कहा कि भारत जी20 बहुपक्षीय बैठक की अध्यक्षता करने जा रहा है, ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के साथ इन मुद्दों पर भी गौर करेंगे।
फारूक अब्दुल्ला ने रॉ प्रमुख ए.एस. दुलत की नई पुस्तक “ए लाइफ इन द शैडोज” के विमोचन के अवसर पर यह टिप्पणी की। इससे पहले पाक पीएम शहबाज शरीफ ने दुबई स्थित अल अरबिया के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि भारत को उनके साथ कश्मीर समेत उन मुद्दों पर शांति से बैठकर बात करनी चाहिए, जो दोनों देशों के बीच तनाव के कारण हैं। फारूक अब्दुल्ला ने जोर देकर कहा, “कश्मीर की समस्या खत्म नहीं होगी, आतंकवाद तब तक बना रहेगा, जब तक हम अपने पड़ोसी से बात नहीं करते और इसका सही समाधान नहीं ढूंढते।” उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी यह चाहते थे।
उन्होंने आगे कहा, “आज के पीएम खुले तौर पर कहते हैं कि युद्ध किसी भी चीज का समाधान नहीं है…। यूक्रेन को देखिए, यूक्रेन की तबाही। आइए हम विनाश की रेखाओं में न सोचें। आज जब हम जी20 का हिस्सा हैं और इसका नेतृत्व कर रहे हैं, मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री दोनों देशों के बीच बातचीत की कोशिश करेंगे, यही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।”
इस दौरान, उन्होंने केंद्र पर घाटी में संविधान के साथ खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “संस्थानों को देखो, राज्यपालों को देखो, उपराज्यपाल को देखो, वे संविधान के साथ कैसे खेलते हैं। मुझे उम्मीद है कि यह सरकार अपना रास्ता बदलने की कोशिश करेगी और वोटों के बजाय लोगों को जीतने की कोशिश करेगी।”